बच्चों को कोविड-19 से गंभीर रूप से बीमार पड़ने से रोकने में कारगर हैं टीके, अध्ययन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 21, 2023 15:44 IST2023-08-21T15:37:47+5:302023-08-21T15:44:12+5:30

कोविड-19 रोधी टीके बच्चों और किशोरों को इस महामारी से गंभीर रूप से बीमार पड़ने से रोकने में कारगर होते हैं। अध्ययनों की एक समीक्षा से यह बात सामने आयी है।

पत्रिका ‘बीएमजे पीडियाट्रिक्स ओपन’ में प्रकाशित अध्ययन में दिखाया गया है कि ज्यादातर बच्चे सार्स-सीओवी-2 से संक्रमित हो चुके हैं और उनमें स्वाभाविक रूप से प्रतिरक्षा का निर्माण हो रहा है, ऐसे में स्वस्थ बच्चों में टीकाकरण का अतिरिक्त लाभ बहुत कम है।

ऑस्ट्रेलिया में ‘मर्डोक चिल्ड्रंस रिसर्च इंस्टीट्यूट’ के अनुसंधानकर्ताओं की अगुवाई वाले दल ने कोविड-19 टीकाकरण की चुनौतियों, खासतौर से कम और मध्यम आय वर्ग वाले देशों में समुदायों में बड़े पैमाने पर संक्रमण का प्रसार और संक्रमण से उत्पन्न प्रतिरक्षा का अध्ययन किया।

समीक्षा से पता चलता है कि कम और मध्यम आय वाले देशों में बच्चों में खसरा, निमोनिया और डायरिया जैसी बीमारियों के लिए लगने वाले नियमित टीकों के साथ ही कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान चलना चाहिए।

अध्ययन से पता चलता है कि ज्यादातर बच्चों के कोविड-19 से संक्रमित होने तथा गंभीर रूप से बीमार पड़ने के बावजूद इसके कारण मौत दुर्लभ ही देखी गयी। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि बच्चों में संक्रमण की जांच किए जाने के वक्त कोविड-19 रोधी टीकों की प्रभाविता थी लेकिन अब बड़े पैमाने पर संक्रमण के बाद बनी प्रतिरक्षा के संदर्भ में इसके फायदे कम हैं।

















