Monkeypox: मंकीपॉक्स वायरस के शुरुआती लक्षण, जानें कैसे फैलता है संक्रमण
By संदीप दाहिमा | Updated: October 1, 2022 20:59 IST2022-10-01T20:55:53+5:302022-10-01T20:59:19+5:30

रोग के लक्षण आमतौर पर दो से चार सप्ताह तक दिखते हैं, जो अपने आप दूर होते चले जाते हैं। मामले गंभीर भी हो सकते हैं।

ऐसा माना जाता है कि यह चूहों, चूहियों और गिलहरियों जैसे जानवरों से फैलता है। यह रोग घावों, शरीर के तरल पदार्थ, श्वसन बूंदों और दूषित सामग्री जैसे बिस्तर के माध्यम से फैलता है। यह वायरस चेचक की तुलना में कम संक्रामक है और कम गंभीर बीमारी का कारण बनता है।

जानकारों के अनुसार मंकीपॉक्स भी एक शख्स से दूसरे शख्स में सांसों के जरिए या फिर शरीर में दिए गए किसी अन्य फ्लूइड के माध्यम से फैल सकता है।

मंकीपॉक्स मानव चेचक के समान एक दुर्लभ वायरल संक्रमण है। यह पहली बार 1958 में शोध के लिए रखे गए बंदरों में पाया गया था। मंकीपॉक्स से संक्रमण का पहला मामला 1970 में दर्ज किया गया था। यह रोग मुख्य रूप से मध्य और पश्चिम अफ्रीका के उष्णकटिबंधीय वर्षावन क्षेत्रों में होता है और कभी-कभी अन्य क्षेत्रों में पहुंच जाता है।

















