नए लक्षण आए सामने, दांतो में इस तरह का दर्द भी देता है कोरोना वायरस का संकेत !

By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Updated: November 28, 2020 14:57 IST2020-11-28T14:52:38+5:302020-11-28T14:57:08+5:30

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कोरोना वैक्सीन का ट्रायल जरूर शुरू हो चुका है लेकिन इसके संक्रमण का खतरा कम नहीं हुआ है। अब कोरोना के नए लक्षण भी सामने आए हैं। कोरोना के इस लक्षण का न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में जिक्र किया गया है।

कोरोना के कुछ रोगियों को कमजोर मसूड़ों और दांतों में दर्द की समस्या महसूस हुई है। ऐसे में विशेषज्ञों ने यह जांचना शुरू कर दिया है कि क्या कोरोना वायरस वास्तव में दांतों की संरचना को कमजोर करता है।

न्यूयॉर्क में रहने वाली फराह खेमिली ने बताया कि जब उन्होंने एक विंटरग्रीन ब्रेथ मिंट को अपने मुंह में दबाया, तो उन्हें अपने निचले दांतों में एक अजीब सा कसाव महसूस हुआ। इसके बाद उसने दांत को हिलते हुए महसूस किया।

अगली सुबह वह दांत टूट गया, लेकिन दांत टूटने के बावजूद कोई रक्तस्राव या दर्द नहीं था। कुछ दिन पहले खेमली कोविड -19 से संक्रमित थी। तब से वह एक ऐसे ऑनलाइन सहायता समूह को फॉलो कर रही हैं, जहां लोग इस बीमारी के लक्षणों और अनुभवों के बारे में बताते हैं।

हालांकि अभी तक इस बात के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं कि कोरोना के कारण दांत खराब होते हैं या टूटते हैं, लेकिन उस सहायता समूह पर उन्हें कई लोग ऐसे हैं, जिन्होंने संक्रमण के बाद दांत टूटने और मसूड़ों की संवेदनशीलता के अनुभव को साझा किया। हालांकि, कुछ दंत चिकित्सकों का मानना ​​है कि कोविड को लेकर पर्याप्त जानकारी उपलब्ध ना होने पर भी दांतों के लक्षणों का कारण बन सकता है।

यूटा विश्वविद्यालय के डॉ. पेरियोडोंटिस डेविड ओकेनो का कहना है कि यह आश्चर्यजनक है कि किसी भी व्यक्ति के दांत अचानक सॉकेट से निकलते हैं। यह समस्या और भी गंभीर हो सकती है। इस बीमारी से उबरने के बाद भी दीर्घकालिक प्रभाव रोगियों में देखा जा सकता है।

कुछ दंत चिकित्सकों और विशेषज्ञों को इस विषय पर शोध की जरूरत महसूस होती है। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र द्वारा 2012 की एक रिपोर्ट के अनुसार, 30 वर्ष या उससे अधिक उम्र के 47 प्रतिशत लोगों में पीरियडोंटल रोग, मसूड़ों में संक्रमण-सूजन और दांतों के आसपास की हड्डी कमजोर हो सकती है।

रिपोर्ट के अनुसार, खेमिली के संक्रमित होने से पहले ही उसे दांतों की समस्या थी। जब वह दांत खराब होने के अगले दिन डेंटिस्ट के पास गई, तो उसे बताया गया कि उसके मसूड़ों में कोई संक्रमण नहीं है। संभवत: धूम्रपान ने दांतों के आसपास की हड्डियों को कमजोर किया है। फिर उन्हें एक वरिष्ठ विशेषज्ञ को देखने की सलाह दी गई।

लेकिन समस्या यहीं तक सीमित नहीं थी। खेमिलाई के सहकर्मी ने सोशल मीडिया पर सर्वाइवर कॉर्प नामक एक पेज पर पढ़ा कि उसे संस्थापक डायना बारेंट के 12 वर्षीय बेटे को भी इसी तरह की समस्या थी। लड़के में कोरोना के हल्के लक्षण थे। उसके पास एक टूटा हुआ दांत था, जबकि बच्चे के दांतों में कोई समस्या नहीं थी।