फैशन की दुनिया से जुड़े और उसमें रूचि रखने वाले लोगों को हर पल नए या बीत चुके फैशन की जानकारी रखने का शौक होता है। खासतौर से महिलाओं की दिलचस्पी इसमें सबसे अधिक होती है। ताकि वे बीत गए फैशन को ड्राप करके नए फैशन स्टाइल की ओर बढ़ सकें।
तो आज हम आपको ऐसी ही एक लिस्ट पेश कर रहे हैं जिसमें साल 2017 के बेस्ट पॉपुलर फैशन ट्रेंड्स हैं, जिन्हें महिलाओं द्वारा बड़ी संख्या में अपनाया गया। इन फैशन ट्रेंड ने साल 2017 में अपनी खास पहचान बनाई और आगे भी इन्हें अपनाया जाएगा। लेकिन अंत में उन फैशन ट्रेंड्स की भी बात करेंगे जिन्हें महिलाओं ने हमेशा के लिए ड्राप करने सोच ली है।
स्ट्राइप्स
टी-शर्ट या फिर पैंट पर स्ट्राइप्स के फैशन ने साल 2017 में अपनी एक अलग पहचान बनाई। ये स्टाइल हर मौसम में इस्तेमाल किया गया। गर्मियों के टॉप्स से लेकर सर्दियों के स्वेटर पर भी स्ट्राइप्स को शामिल किया गया।
स्नीकर
पिछले साल स्नीकर का ट्रेंड अचानक खत्म हो गया था लेकिन साल 2017 में इसे फिरसे अपनाया गया। लेकिन सिंपल स्नीकर की बजाए मार्किट में टाइगर प्रिंट और चमकीली लगे स्नीकर ज्यादा देखे गए।
अमेजिंग प्रिंट
कई तरह के प्रिंट - डॉट्स, फेदर, पेंट की छींटों जैसे कई प्रिंट साल 2017 में मार्किट की शान बने। इस तरह के प्रिंट वीमेन प्लाजो पर सबसे अधिक देखने को मिले।
शूज का नया ट्रेंड
हाई हील्स की जगह 2017 में फ्लैट, कम हील और ब्लाक हील वाला ट्रेंड अधिक अपनाया गया। इसके अलावा इन हील वाले शूज पर पोम-पोम और एम्ब्रॉयडरी स्टाइल को भी शामिल किया गया जिससे इन्हें और ट्रेंडी बनाया जा सके।
ये शूज हुए ट्रेंड से बाहर
साल 2017 में महिलाओं ने हाई हील्स वाले शूज को बाय-बाय कह दिया। 4 से 5 इंच की हील वाले शूज आपको मार्किट में काफी कम देखने को मिले होंगे। इसकी जगह पर लोगों ने स्नीकर और ब्लाक हील्स की अधिक मांग की है।
डेनिम जीन्स के ट्रेंड में बड़ा बदलाव
सिंपल और स्किनी (शरीर के साथ चिपकी हुई) डेनिम की जगह पर पुराने जमाने (विंटेज) की आकृति वाली डेनिम पहने अधिक देखा गया। ऐसी डेनिम मार्किट में पहली बार आई और बहुत पसंद भी की गई।
रोमांटिक ड्रेस हुईं बाहर
साल 2016 में महिलाओं द्वारा सॉफ्ट और रोमांटिक ड्रेस्सेस को अधिक अपनाया गया था लेकिन साल 2017 में ट्रेंड अचानक बदल गया। महिलाएं उन ड्रेस्सेस की तरफ अधिक बढीं जो पहनने में कम्फ़र्टेबल भी थीं और स्टाइलिश भी। फिर भले ही वो रोमांटिक लुक वाली ना हों उन्हें फर्क नहीं पड़ा।