महाशय धर्मपाल गुलाटी: महज 1500 रुपये लेकर भारत आए, टांगा चलाया और इस तरह बन गए 'मसाला किंग' By राजेन्द्र सिंह गुसाईं | Published: December 03, 2020 1:22 PMOpen in App1 / 11भारत के मसाला किंग और एमडीएच मसाला के मालिक महाशय धर्मपाल गुलाटी का 3 दिसंबर 2020 को निधन हो गया। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)2 / 11धर्मपाल गुलाटी (97) का नई दिल्ली स्थित माता चनन देवी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)3 / 11मसाला किंग के नाम से मशहूर गुलाटी को 2019 में देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)4 / 11धर्मपाल गुलाटी का जन्म 27 मार्च 1923 को सियालकोट (अब पाकिस्तान में) में हुआ था और वह विभाजन के बाद भारत आ गए और दिल्ली में अपना व्यवसाय स्थापित किया। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)5 / 11‘महाशियां दी हट्टी’ (एमडीएच) की स्थापना उनके दिवंगत पिता महाशय चुन्नी लाल गुलाटी ने की थी। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)6 / 11धर्मपाल गुलाटी स्वयं अपने ब्रांड की पहचान थे और वर्षों तक एमडीएच मसाला के विज्ञापन खुद करते रहे। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)7 / 11भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद महाशय गुलाटी 27 सितंबर 1947 को महज 1500 रुपये लेकर दिल्ली आए। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)8 / 11इन पैसों से उन्होंने 650 रुपए में एक टांगा खरीदा। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)9 / 11वह नई दिल्ली रेलवे स्टेशन और कुतुब रोड के बीच गाड़ी चलाया करते थे। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)10 / 11कुछ दिनों बाद उनके परिवार ने दिल्ली के करोल बाग में अजमल खान रोड पर एक मसाले की दुकान शुरू की। इस दुकान की मदद से वह इतने बड़े मुकाम तक पहुंच गए। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट)11 / 11आज उनकी भारत और दुबई में 18 मसाला कंपनियां हैं। इन कंपनियों द्वारा उत्पादित एमडीएच मसाले दुनिया भर में पहुंचते हैं। (फोटो-एमडीएच वेबसाइट) और पढ़ें Subscribe to Notifications