BYJUS ने सैलरी में हो रही देरी पर कर्मियों को लिखा पत्र, कहा- "इस तारीख को देंगे आपकी तन्ख्वाह"
By आकाश चौरसिया | Published: April 1, 2024 05:36 PM2024-04-01T17:36:31+5:302024-04-01T17:46:53+5:30
एडटेक कंपनी बायजूस ने अपने सभी कर्मचारियों की मार्च की रुकी हुई सैलरी को देना का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही बताया कि उनका निवेशकों से चल रहा विवाद भी समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है।
नई दिल्ली: एडटेक कंपनी बायजूस ने अपने सभी कर्मचारियों की मार्च की रुकी हुई सैलरी को देना का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही बताया कि उनका निवेशकों से चल रहा विवाद भी समाप्त होने का नाम नहीं ले रहा है। इस कारण राइट्स इश्यू से जुटाई धनराशि को अलग खाते में बंद कर दिया। बायजूस में लगभग 15,000 लोग कर्मी काम कर रहे हैं, अब कंपनी ने कर्मचारियों को आश्वासन दिया कि वो जल्द ही सभी का वेतन दे देगी। इसका भुगतान आगामी 8 अप्रैल यानी सोमवार को कंपनी करने जा रही है।
कंपनी ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा, "हम आज आपको भारी मन से लेकिन, आशा और आश्वासन के संदेश के साथ पत्र लिख रहे हैं। हमें आपको यह बताते हुए खेद हो रहा है कि वेतन के वितरण में फिर से देरी होगी, बायजूस प्रबंधन ने सोमवार को कर्मचारियों को भेजे एक पत्र में कहा, जिसकी एक प्रति बिजनेस स्टैंडर्ड ने भी शेयर की है"।
पत्र में कंपनी की ओर से बताया गया है कि विदेशी निवेशकों के अंतरिम आदेश के कारण फंड के इस्तेमाल करने में पाबंदी लगी। इस तरह के एक्शन के कारण, जिसका निर्धारण 4 विदेशी निवेशकों ने किया, उस के परिणामस्वरूप कर्मचारियों को ऐसे परिणाम भुगतने पड़ रहे हैं।
नकदी संकट से जूझ रहे बायजू और उसके निवेशक नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) में कंपनी के 200 मिलियन डॉलर के राइट्स इश्यू को लेकर एक विवाद में शामिल हैं, जिसमें उत्पीड़न और कुप्रबंधन का आरोप लगाते हुए एक याचिका दायर की गई है।
निवेशकों में शामिल प्रोसस, जनरल अटलांटिक, सोफिना, और पीक एक्सवी (पूर्व में सिकोइया) ने राइट्स इश्यू पर बायजूस के 22 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन की तुलना में उद्यम मूल्यांकन के 99 प्रतिशत से कम पर रोक लगाने की मांग की थी और उन्हें डर था कि इससे उनका अवमूल्यन हो जाएगा। निवेश एनसीएलटी, बेंगलुरु ने गुरुवार को असाधारण आम बैठक (ईजीएम) पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। बायजू ने शुक्रवार को अधिकृत शेयर पूंजी बढ़ाने के लिए अपनी ईजीएम आयोजित की।