मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव होने के बाद नतीजे किसके पक्ष में आएंगे, इसको लेकर राजनैतिक पंडितों से लेकर सियासी दलों का गुणा भाग तेज है। लेकिन सवाल ये भी है कि बीजेपी पहुमत में आती है तो क्या शिवराज ही मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। या फिर पार्टी किसी नये चेहरे को लेकर आगे बढ़ेगी। जानिए वो कौन से चेहरे है जो सीएम की रेस में अव्वल है और क्यों?
मुख्यमंत्री की दौड़ में शिवराज सिंह चौहान का नाम सबसे ऊपर है। भले ही भाजपा ने मध्य प्रदेश के चुनाव में कम फेस घोषित नहीं किया हो, लेकिन शिवराज सिंह चौहान ने विधानसभा चुनाव में 160 से ज्यादा चुनावी सभाओं को संबोधित कर यह जता छूकर है कि चुनाव प्रचार में उनकी मेहनत असर दिखाती है और यदि पार्टी बहुमत के साथ सत्ता में आती है तो पांचवी बार के मुख्यमंत्री का चेहरा शिवराज सिंह चौहान का होगा। शिवराज सिंह चौहान पांच बार विदिशा संसदीय सीट से सांसद चुने जा चुके हैं और सीहोर जिले की बुधनी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं। सीएम शिवराज इस बार भी अपनी परंपरागत सीट से चुनाव मैदान में है। और भाजपा के सप्ताह में आने पर शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार होंगे।
बीजेपी में दूसरा बड़ा नाम प्रहलाद पटेल का है
मोदी सरकार में मंत्री प्रहलाद पटेल को पार्टी ने नरसिंहपुर विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतारा है पिछले 2018 के विधानसभा चुनाव में महाकौशल में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा था नरसिंहपुर जिले की चार विधानसभा सीटों में से भाजपा सिर्फ एक जीत पाई थी यदि इस बार के चुनाव में नरसिंहपुर जिले की चार सीटों के साथ महाकौशल में प्रहलाद पटेल का जादू चलता है तो प्रह्लाद पटेल को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है प्रहलाद पटेल के साथ प्लस पॉइंट ओबीसी वर्ग का नेता होना भी है। विधानसभा चुनाव के पहले भी शिवराज की जगह प्रहलाद पटेल को मुख्यमंत्री बनाए जाने की अटकालें थी। लेकिन यदि इस बार के चुनाव में महाकौशल का प्रदर्शन अच्छा रहा तो प्रह्लाद पटेल की मुख्यमंत्री पद की लॉटरी खुल सकती है।
बीजेपी में तीसरा नाम नरेंद्र सिंह तोमर का है
मोदी के कैबिनेट में अहम पद पर बने नरेंद्र सिंह तोमर इस बार मुख्यमंत्री पद के बड़े दावेदार माने जा रहे हैं। मोदी- शाह का करीबी होना और मध्य प्रदेश में चुनाव प्रबंधन जैसी अहम जिम्मेदारी नरेंद्र सिंह तोमर के पास है। पार्टी ने नरेंद्र सिंह तोमर को दिमनी विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है। कहां यह जा रहा है कि ग्वालियर चंबल में बीजेपी को कांग्रेस से कड़ी टक्कर मिल रही है और यदि नरेंद्र सिंह तोमर का जादू ग्वालियर चंबल में चला तो उन्हें मुख्यमंत्री पद से नवाजा जा सकता है।
बीजेपी में चौथा नाम कैलाश विजयवर्गीय का है
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गी पश्चिम बंगाल के प्रभारी रहे और मध्य प्रदेश की राजनीति में भी उनका अच्छा जनाधार है अपने बयानों के जरिए सुर्खियों में रहने वाले कैलाश विजयवर्गीय को पार्टी ने इंदौर 1 से उम्मीदवार बनाया है। कैलाश विजयवर्गीय यदि इंदौर की विधानसभा सीटों के साथ मालवा निमाड़ पर असरदार होते हैं तो उन्हें भी मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जाएगा।
कांग्रेस का सीएम फेसएमपी में कमलनाथ का चेहरा आगे रख चुनाव लड़ रही कांग्रेस बहुमत मिलने पर इसी चेहरे के साथ सत्ता संभालेगी। कमलनाथ ही मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे। कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता कमलनाथ को अपना सीएम फेस घोषित कर चुके हैं। दिग्विजय सिंह भी कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनने की बात कर चुके हैं। चुनाव के पहले कांग्रेस की हुई एक अहम बैठक में पार्टी के 28 नेताओं ने हाथ खड़े कर कमलनाथ को अपना मुख्यमंत्री मानने पर सहमति दी है। ऐसे में कांग्रेस सत्ता के सिंहासन का जादुई आंकड़ा हासिल करती है तो कमलनाथ मुख्यमंत्री होंगे।