'स्मार्ट सिटी' के तहत एक साल से 100 बसों को चलाने का सपना दिखाया जा रहा है, लेकिन हकीकत में अब तक पांच बस ही आ सकी है। शहर बस के लिए जरूरी आधारभूत संरचना उपलब्ध नहीं है, लेकिन मनपा पदाधिकारी सिर्फ पांच शहर बस का लोकार्पण करके वाहवाही लूटने में मशगूल हैं।
एक बार पहले भी धोखा खा चुके शहरवासियों को चिंता है कि शहर बस सेवा का जो सपना उनको दिखाया जा रहा है, वह कब और कैसे पूरा होगा? शहर बस सेवा के लिए 100 बस उपलब्ध कराने वाली टाटा कंपनी ने जैसे-तैसे गत सात दिसंबर को एक बस भेजी थी।
अमावस्या पर पहुंचने वाली बस की पूजा को लेकर असमंजस था लेकिन बाद में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुनील पोरवाल से बस की पूजा करा दी गई। 'स्मार्ट सिटी' की बैठक के लिए आए पोरवाल शहर के मेंटोर भी हैं और शहर बस सेवा समेत विभिन्न विषयों पर चर्चा के लिए गत सात दिसंबर को वह शहर में आए थे। ऐसे में पदाधिकारी शहर बस सेवा को लेकर जारी श्रेय के प्रयासों को लेने से कब पीछे रहते।