Lok Sabha Elections 2024: चुनाव आयोग ने बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार को थमाया कारण बताओ नोटिस, तृणमूल को 'टार्गेट' करके अखबारों में दिया था विज्ञापन

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 19, 2024 08:59 AM2024-05-19T08:59:44+5:302024-05-19T09:05:03+5:30

चुनाव आयोग ने बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार को पार्टी द्वारा कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस को निशाना बनाने वाले समाचार पत्रों के विज्ञापनों पर कारण बताओ नोटिस जारी किया है।

Lok Sabha Elections 2024: Election Commission served show cause notice to Bengal BJP chief Sukant Majumdar, had given advertisement in newspapers by 'targeting' Trinamool | Lok Sabha Elections 2024: चुनाव आयोग ने बंगाल बीजेपी प्रमुख सुकांत मजूमदार को थमाया कारण बताओ नोटिस, तृणमूल को 'टार्गेट' करके अखबारों में दिया था विज्ञापन

फाइल फोटो

Highlightsचुनाव आयोग ने बंगाल भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार को थमाया कारण बताओ नोटिससुकांत मजूमदार को यह नोटिस भाजपा द्वारा समाचार पत्रों में दिये गये विज्ञापन के लिए मिला हैभाजपा के उन विज्ञापनों में तृणमूल को भ्रष्टाचारी और सनातन विरोधी बताया गया है

नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग ने बीते शनिवार को प्रदेश भाजपा प्रमुख सुकांत मजूमदार को उनकी पार्टी द्वारा कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस को निशाना बनाने वाले समाचार पत्रों के विज्ञापनों पर दो अलग-अलग कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इस मामले में आयोग ने भाजपा नेता मजूमदार को मंगलवार शाम 5 बजे तक अपना जवाब देने को कहा है।

समाचार वेबसाइट इंडियान एक्सप्रेस के अनुसार चुनाव आयोग ने मजूमदार से स्पष्टीकरण मांगा है कि विज्ञापनों को मौजूदा लोकसभा चुनावों के लिए लागू आदर्श आचार संहिता (एमसीसी) और राजनीतिक दलों को दी गई सलाह का उल्लंघन क्यों नहीं माना जाए। नोटिस के अनुसार भाजपा की ओर से अखबारों में में दिये गए एक विज्ञापन का शीर्षक "तृणमूल भ्रष्टाचार का मूल कारण है" जबकि दूसरे का शीर्षक "सनातन विरोधी तृणमूल" है।

बंगाल भाजपा द्वारा पहले विज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि राज्य सरकार के कारण पश्चिम बंगाल भ्रष्टाचार का गढ़ बन गया है। वहीं दूसरे में कहा गया है कि अयोध्या में राम मंदिर को "इस राज्य" में "अपवित्र" माना जाता है।

तृणमूल ने भाजपा द्वारा दिये गये इन विज्ञापनों को भ्रामक, द्वेषपूर्ण और मिथ्याचार बताते हुए चुनाव आयोग से कहा गया था कि वो इसका संज्ञान ले और भाजपा के खिलाफ एक्शन ले।

नोटिस जारी करते समय आयोग ने भाजपा अध्यक्ष मजूमदार को आदर्श चुनाव आचार संहिता के प्रावधानों के बारे में याद दिलाया, जो असत्यापित आरोपों के आधार पर आलोचना से संबंधित है और राजनीतिक दलों को आयोग की सलाह थी कि वो ऐसे असत्यापित और भ्रामक विज्ञापन मीडिया में प्रकाशित न कराएं।

बताया जा रहा है कि बीते 4 मई को सत्तारूढ़ टीएमसी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा था और भाजपा पर बंगाल के कुछ क्षेत्रीय समाचार पत्रों में विज्ञापन देने का आरोप लगाया था जो "अपमानजनक, झूठे थे और मतदाताओं से धार्मिक आधार पर वोट करने की अपील करते हैं।

मालूम हो कि सुकांत मजूमदार बालुरघाट संसदीय क्षेत्र से फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। चुनाव आयोग ने शनिवार को मुर्शिदाबाद जिले में एक चुनावी रैली के दौरान मतदाताओं और प्रतिद्वंद्वी पार्टी कार्यकर्ताओं को धमकी देने के आरोप में टीएमसी के डेबरा विधायक हुमायूं कबीर को कारण बताओ नोटिस भेजा है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, कबीर ने 2 मई को मुर्शिदाबाद के काजीपारा इलाके में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की थी। अपने नोटिस में आयोग ने उनकी टिप्पणी को "कदाचार" बताया और उनकी निंदा की। आयोग ने सभी प्रासंगिक रिकॉर्ड और प्रावधानों के संदर्भ में उपरोक्त रैली में हुमायूं कबीर द्वारा की गई सामग्री और कथनों को ध्यान से देखा है और आश्वस्त है कि उन्होंने उक्त बयान देकर आदर्श आचार संहिता के उपरोक्त प्रावधानों का उल्लंघन किया है।

हुमायूं कबीर ने जारी किए गए कारण बताओ नोटिस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनकी टिप्पणियों को "जानबूझकर छेड़छाड़ की गई, ताकि उसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन दिखाया जा सके।

Web Title: Lok Sabha Elections 2024: Election Commission served show cause notice to Bengal BJP chief Sukant Majumdar, had given advertisement in newspapers by 'targeting' Trinamool

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