लखनऊ: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह शनिवार को लखनऊ आए। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्र की मोदी और प्रदेश की योगी सरकार को निशाने पर लिया। इसी दरमियान दिग्विजय सिंह से आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन स्वाती मलीवाल के साथ दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के आवास पर हुई मारपीट को लेकर सवाल पूछा गया तो वह भड़क गए। बोले मुझे इस बारे में कोई बात नहीं करनी। मैं इस घटना के बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानता, इसलिए इस सवाल का हमें कोई जवाब नहीं देना है।
उन्होंने नोटबंदी और जीएसटी से जनता और कारोबारियों को हो रही दिक्कतों पर चर्चा की और इस लोकसभा चुनावों को अब तक हुए चुनावों से अलग बताया। उन्होंने कहा कि अब तक हुए आम चुनावों कभी भी संविधान को बदलने का मुद्दा नहीं उठा था, लेकिन इस आम चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संविधान को बदलने के लिए चार सौ पार के नारे के साथ चुनाव लड़ रही हैं। इस कारण से अब इस चुनाव में भाजपा की संविधान बदलने की नियत के खिलाफ मतदान हो रहा है।
दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से तमाम सवालों का जवाब देते हुए साफ शब्दों में यह कहा कि कई नेताओं ने जिनमें अयोध्या से भाजपा के सांसद लल्लू सिंह ने संविधान बदलने की मंशा जताई है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी आया है। यही नहीं आरएसएस प्रमुख ने कई बार आरक्षण पर सवाल उठाये हैं, इसलिए यह चुनाव संविधान बचाने का है। जनता भी अब भाजपा के मंसूबे को भांप गई है, जिसके चलते भाजपा के बड़े-बड़े नेता अपनी सरकार के विकास कार्यों का जिक्र ना करके हिन्दू, मुस्लिम, पाकिस्तान, रामभक्त और रामद्रोही का बात कर रहे हैं।
दिग्विजय ने केंद्र को मोदी सरकार को किसानों की विरोधी सरकार बताया और कहा कि मोदी सरकार ने पहला हक किसानों-मजदूरों का छीना है। किसानों की आय को दुगना करने का सपना दिखाया और मोदी सरकार ने किसान सम्मान निधि के नाम पर किसानों को 6 हजार रुपए देना शुरू किया, लेकिन दूसरी तरफ मोदी सरकार ने खाद और डीजल का भाव बढ़ा दिए।
दिग्विजय सिंह ने दावा किया कि सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि के क्षेत्र में कई बड़े कार्य किए हैं और अब सत्ता में आने पर कांग्रेस न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का कानून बनाने के साथ कर्जमाफी और कृषि यंत्रों पर जीएसटी माफ करेगी। देश में बढ़ती महंगाई को लेकर उन्होने कहा कि पहले चार-पांच बोरी अनाज में एक तोला सोना मिल जाता था, लेकिन आज 20-25 बोरी अनाज बेचने पर भी एक तोला सोना नही मिलेगा। नोटबंदी के बाद से महंगाई बढ़ी है।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी में सर्वाधिक नुकसान छोटे व्यापारियों को हुआ। वहीं दूसरी तरफ मोदी सरकार ने बड़े उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया और किसानों का कर्ज मांफ करने पार ध्यान ही नहीं दिया। दिग्विजय सिंह ने कहा है कि केंद्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर किसानों का कर्ज तो माफ होगा ही खेती-किसानी में उपयोग किए जाने वाले उपकरणों पर भी जीएसटी खत्म की जाएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि महिलाओं के खाते में भी हर माह साढ़े आठ हजार रुपये जमा किए जाने की योजना भी शुरू की जाएगी. इसके अलावा केंद्र में कांग्रेस सरकार बनते ही युवाओं को अप्रेंटिस के लिए एक लाख रुपये दिया जाएगा।