कटेरी एक औषधीय जड़ी बूटी है जिसे कंटकारी या भटकटैया के नाम से भी जाना जाता है। इस जंगली चमकीले हरे रंग के पौधे पर पीले रंग के कांटे, हरे रंग के और बैंगनी रंग के फूल होते हैं। आयुर्वेद के अनुसार इस पौधे के औषधीय गुणों की वजह से इसका इस्तेमाल अस्थमा, अपच, बवासीर, कान की सूजन और पेशाब की जलन जैसी बीमारियों में किया जाता है।
मेडिकल में इस पौधे का उपयोग बुखार, गर्भधारण, गर्भपात, पथरी, सिरदर्द, मस्तक पीड़ा, नेत्र रोग, नेत्रजाला, दंतपीड़ा, गंजापन, खांसी, दमा, कंथ की सूजन, जुकाम, पेट दर्द, पेशाब की रुकावट, पेशाब की जलन, दाद आदि में किया जाता है।
कटेरी की तासीर गर्म होती है, तेज होने के कारण यह कफ, वात आदि का नाश करने वाली होती है। पित्त विकार को दूर करती है, पाचक होती है। खून को साफ करती है। मूत्रदाह को दूर करती है। चलिए जानते हैं इसके अन्य स्वास्थ्य फायदे क्या-क्या हैं।
1) सिर दर्द में फायदेमंदयह पौधा सिर दर्द में बहुत फायदेमंद होता है। दिनभर की भागदौड़ और तनाव की वजह से सिर दर्द होना आम बात है। ऐसे में कटेरी के फल के रस को माथे पर लगाने से तुरंत लाभ मिलेगा।
2) आंखों की समस्याएं करता है दूरआंखों से संबंधित बीमारियां जैसे आंखों में दर्द, आंखों का लाल होना आदि में यह पौधा बहुत काम आता है। कटेरी के 20 से 30 पत्ते पीसकर पेस्ट बना लें। और आंखों पर लगाएं। इससे आंखों से संबंधित बीमारियों में आराम मिलेगा। ध्यान रहे कि इसका रस आंखों में नहीं जाना चाहिए।
3) दांत दर्द में आरामअगर आपके दांतों में किसी तरह का दर्द है या दांत में कीड़े लग गए हैं, तो कटेरी के बीजों को जलाकर धुआं करें। इससे इन समस्याओं से राहत मिल सकती है। ध्यान रहे कि आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
4) बालों को झड़ने से बचाने में सहायकआजकल समय से पहले बालों का झड़ना आम समस्या है। अब सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि युवा भी तेजी से इसका शिकार हो रहे हैं। इससे राहत पाने के लिए आपको कटेरी के 20 से 30 एमएल रस में थोड़ा-सा शहद मिलाकर सिर में लगा कर मालिश करनी चाहिए। इससे नए बाल आना शुरू हो जाते हैं।
5) पथरी के इलाज में लाभकारी पथरी की समस्या आजकल आम हो गई है। खाराब खानपान और जीवनशैली की वजह से अधिकतर लोग इस समस्या का सामना कर रहे हैं। इसके लिए आपको भटकटैया के 14-28 मिलीग्राम पंचांग का रस सुबह-शाम शहद के साथ सेवन करना चाहिए। इससे पथरी और पेशाब में जलन से राहत मिलती है। ध्यान रहे कि इसके सेवन एक्सपर्ट की सलाह पर ही करें।
6) खांसी और ब्रोंकाइटिस के लिए बच्चों की खांसी में कटेरी के 20 मिलीग्राम से 50 मिलीग्राम फूल शहद के साथ दिन में दो बार देने से बच्चों की खांसी कुछ दिन में ठीक हो सकती है। इसके अलावा वायु प्रणाली शोथ यानी ब्रोंकाइटिस से राहत पाने के लिए इसकी जड़ का काढ़ा 20 से 40 मिलीलीटर की मात्रा में सुबह-शाम लेने से रोगी को वायु प्रणाली शोथ में बहुत लाभ मिलता है। एक्सपर्ट की सलाह पर ही लें।