मॉस्को, 15 जून: फुटबॉल की दुनिया के सुपरस्टार लियोनेल मेसी की अगुवाई वाली अर्जेंटीना पहली बार फीफा वर्ल्ड कप खेल रही आइसलैंड की टीम के खिलाफ अपने अभियान का आगाज आज करेगी। जाहिर तौर पर अर्जेंटीना की कोशिश धमाकेदार जीत से वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत करने की होगी।
बार्सिलोना के स्टार मेसी अपने देश को बड़े टूर्नामेंटों में खिताब दिलाने में नाकाम रहे हैं। पिछली बार फाइनल में जर्मनी के खिलाफ हारने वाली अर्जेंटीना की टीम तीसरी बार वर्ल्ड चैंपियन बनने कवायद में रूस पहुंची है और एक बार फिर से सभी की निगाहें मेसी पर हैं।
आइसलैंड का मुकाबला कितना मुश्किल?
विश्व कप में ग्रुप डी में सभी टीमें लगभग बराबरी की हैं। इसमें आइसलैंड को ही कुछ कमजोर माना जा रहा है लेकिन पिछले दो वर्षों में उसने शानदार प्रदर्शन किया और ऐसे में उसे कम करके आंकना किसी भी टीम के लिये भूल होगी। इसके बावजूद अर्जेंटीना की निगाह इस मैच में बड़ी जीत दर्ज करने पर टिकी रहेगी क्योंकि इसके बाद उसका सामना नाइजीरिया और क्रोएशिया जैसी दमदार टीमों से होगा। (और पढ़ें- रोनाल्डो को दो साल जेल की सजा, 18.8 मिलियन डॉलर का लगा जुर्माना)
अर्जेटीना का क्वालिफाइंग में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और एक समय उस पर विश्व कप से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन मेसी ने इक्वेडर के खिलाफ हैट्रिक जमाकर अपनी टीम को रूस का टिकट दिलाया था।
अर्जेंटीना की चुनौती
अर्जेंटीना की टीम मेसी पर काफी हद तक निर्भर है। इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि क्वालिफाइंग के बाद उसने स्पेन और नाइजीरिया के खिलाफ जो दो मैच गंवाये उन दोनों में यह स्टार स्ट्राइकर नहीं खेल पाया था। अब ग्रुप डी के पहले मैच में फिर से उसका दारोमदार मेसी पर रहेगा। गोलकीपर सर्जियो रोमेरो और फारवर्ड मैनुएल लांजिनी के चोटिल होने के कारण बाहर होने से 30 वर्षीय मेसी की जिम्मेदारी अधिक बढ़ गयी है। (और पढ़ें- World Cup 2018: रोनाल्डो की जादुई 'हैट-ट्रिक' से दुनिया हैरान, बनाया 88 सालों का सबसे बड़ा रिकॉर्ड)
आइसलैंड कितना मजबूत
स्पार्टक स्टेडियम में होने वाले इस मैच में आइसलैंड के लिये मेसी, सर्जियो एगुअरा, एंजेल डि मारिया और गोंजालो हिगुएन को रोकना चुनौती होगी। जार्ज सांपाओली की टीम अर्जेंटीना को हालांकि मैच में पूरा दमखम लगाना होगा क्योंकि आइसलैंड पहले यूरो 2016 के क्वॉर्टर फाइनल और फिर वर्ल्ड कप के लिये क्वालिफाई करके अपनी क्षमता का परिचय दे चुका है।
गिल्फी सिगर्डसन के पूरी तरह फिट होने से आइसलैंड को मजबूती मिली है। उनके अलावा अलफर्ड फिनबोगस्न और जोहान बर्ग गुडमंडसन भी अनुभवी खिलाड़ी हैं जिनके दम पर आइसलैंड उलटफेर के बारे में सोच सकता है। (फीफा वर्ल्ड कप से जुड़ी सारी खबरें यहां पढ़ें)