श्योपुर (मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board MPBSE 12th Result 2020) द्वारा सोमवार को घोषित 12वीं कक्षा की परीक्षा में फुटपाथ पर जूते-चप्पल बेचने वाले की 17 वर्षीय बेटी मधु आर्य (Madhu Arya) ने विज्ञान-जीव विज्ञान संकाय (Faculty of Science-Biology) में मैरिट लिस्ट में प्रदेश में तीसरा स्थान पाया है।
मधु आर्य (Madhu Arya) श्योपुर शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय की छात्रा है और उसने 500 में से 485 अंक हासिल किये हैं। इससे मधु और उसके परिजनों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। मधु का सपना है कि वह आगे पढ़कर डॉक्टर बने। उसके पिता कन्हैया लाल आर्य श्योपुर बस स्टैंड के पास फुटपाथ पर जूते-चप्पल की छोटी सी दुकान लगाकर अपने परिवार का गुजारा करते हैं। उनके एक बेटा और चार बेटियां है। उनकी पढ़ाई-लिखाई का जिम्मा भी उन्हीं के ऊपर है।
मधु आर्य (Madhu Arya) ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, मैंने कड़ी मेहनत की है। मैं सुबह 4 बजे उठती थी और हर दिन 8-10 घंटे पढ़ाई करती थी। मैं एक डॉक्टर बनना चाहती हूं। मैं NEET की तैयारी कर रही हूं। मेरे माता-पिता और पूरा परिवार बहुत खुश है। मैं सरकार से अपनी उच्च शिक्षा में मेरा समर्थन करने की अपील करती हूं क्योंकि मेरे पिता आगे की पढ़ाई नहीं करा पाऐंगे।
परिवार की माली हालत ठीक नहीं होने के बावजूद मधु के पिता अपने बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते। मधु भी दिन-रात मन लगाकर पढ़ाई करती है। इसी का नतीजा है कि मधु 12वीं कक्षा में विज्ञान-जीव विज्ञान संकाय में प्रावीण्य सूची में प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल किया है।
पिता ने भी मांगी सरकार से मदद, कहा- मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है
मधु ने कहा, मैं आगे पढ़कर डॉक्टर बनना चाहती हूं। सरकार कुछ मदद करे तो वह आगे की पढ़ाई जारी रख कर अपना डॉक्टर बनने का सपना पूरा करके अपने पिता, परिवार और जिले का नाम रोशन करना चाहती है। छात्रा मधु के पिता कन्हैया लाल आर्य ने कहा, ''मैं अपनी बच्ची को पढ़ा कर उसका डॉक्टर बनने का सपना पूरा करना चाहता हूं, लेकिन मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इस वजह से मैं सरकार से मदद की गुहार लगा रहा हूं।'' उन्होंने कहा, 12वीं तक तो मैंने जैसे-तैसे अपनी बिटिया को पढ़ा लिया, लेकिन आगे की पढ़ाई कराने में उन्हें बहुत दिक्कत आएगी।
(पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)