सहारनपुर: उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से जैश-ए-मोहम्मद के एक संदिग्ध आतंकी को पकड़ा गया है। उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने सहारनपुर से जिस संदिग्ध आतंकी को पकड़ा है उसका नाम नदीम है। नदीम भारत में बैठकर अपने आकाओं के संपर्क में था। जैश-ए-मोहम्मद ने उसे भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा मारने का काम दिया था। नदीम व्हाट्सएप के माध्यम से जैश-ए-मोहम्मद के नेताओं से संपर्क में रहता था। वह भारत में हथियार मंगाने की कोशिश में था। नुपूर शर्मा की हत्या के अलावा वह सरकारी भवनों और सुरक्षबलों पर भी हमले की योजना बना रहा था।
उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने जांच में पाया कि वह फिदायीन बनने का कोर्स कर रहा था। एटीएस को नदीम के मोबाइल फोन से आत्मघाती बनने का पूरा पाठ्यक्रम भी मिला है। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी उसे प्रशिक्षण देने के लिए पाकिस्तान बुला रहे थे और वह जाने के लिए तैयार भी था। नदीम के मोबाइल से आइईडी बनाने बनाने का भी पूरा कोर्स बरामद हुआ है।
न्यूज 18 की एक रिपोर्ट के मुकाबिक नदीम फर्जी नामों से सोशल मीडिया पर सक्रिय था। उसने गुमनाम हमसफर और मेदिमराव के नाम से फेसबुक पर आईडी बना रखी थी। इंस्टाग्राम पर वह alibhal_999 और ट्विटर पर @inshadnnadeem, @innocent313313 की आईडी से सक्रिय था। यूट्यूब पर उसके चैनल का नाम BasitKhan था। टेलीग्राम पर वह bagi और shssdjdnd नामों से सक्रिय था।
इस मामले में उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने एक प्रेस नोट भी जारी किया जिसमें कहा गया है, “नदीम के सेलफोन की प्रारंभिक जांच के दौरान पुलिस को एक पीडीएफ दस्तावेज़ मिला – एक्सप्लोसिव कोर्स फ़िडे फोर्स। पुलिस ने जैश और अन्य आतंकी संगठन के सदस्यों के साथ नदीम का वॉयस मैसेज और वॉयस चैट भी बरामद किया है। पूछताछ के दौरान नदीम ने स्वीकार किया कि वह व्हाट्सएप सहित सोशल मीडिया के जरिए जैश-ए-मोहम्मद और अन्य आतंकी संगठनों के सदस्यों के संपर्क में था।”
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पड़ी की थी। जिसके बाद वह मुस्लिम कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गई थीं। नुपूर शर्मा के खिलाफ देश के कई हिस्सों में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस मामले को लेकर देश भर में हिंसक प्रदर्शन भी हुए थे।