Jaipur Municipal Corporation: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंगलवार को जयपुर में नगर निगम के एक स्वास्थ्य निरीक्षक को छह हजार रुपए की कथित रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। ब्यूरो के बयान के अनुसार, नगर निगम हेरिटेज के स्वास्थ्य निरीक्षक देव कुमार को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया है। परिवादी द्वारा एक शिकायत की गई कि उसके पिता की हाजिरी माफी और सफाई कार्य में राहत देने की एवज में आरोपी स्वास्थ्य निरीक्षक देव कुमार प्रतिमाह तीन हजार रुपये के हिसाब से कुल 6 हजार रुपये की रिश्वत राशि मांग कर परेशान कर रहे है। शिकायत का सत्यापन कर आज जाल बिछाया गया और आरोपी को परिवादी से रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
मध्य प्रदेश: पंचायत कर्मचारी 40 हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार
मध्य प्रदेश के धार जिले में शनिवार को पंचायत का एक कर्मचारी 40 हजार रुपये की कथित तौर पर रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। लोकायुक्त पुलिस के उपाधीक्षक प्रवीण सिंह बघेल ने बताया कि लोकायुक्त की विशेष स्थापना पुलिस (एसपीई) ने एक शिकायत के आधार पर गंधवानी शहर की जनपद पंचायत में पदस्थ लेखाकार मनोज कुमार बैरागी को रिश्वत लेते हुए पकड़ा।
बलवारी गांव के सरपंच के प्रतिनिधि के अनुसार, गांव में 10 लाख रुपये की लागत से कंक्रीट की सड़क बनाई गई थी और तीन लाख रुपये की किस्त जारी की गई थी। उन्होंने बताया कि आरोपी अधिकारी ने बाकी रकम जारी करने के लिए कथित तौर पर 50 हजार रुपये की मांग की। बघेल ने बताया कि लेखाकार के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
सीबीआई ने रिश्वत लेने के आरोप में चंडीगढ़ दमकल विभाग के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने सुरक्षा उपकरणों का कारोबार करने वाली एक कंपनी से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करने के लिए रिश्वत लेने के आरोप में चंडीगढ़ दमकल विभाग के दो अधिकारियों को गिरफ्तार किया है । पकड़े गये अधिकारियों में से एक दमकल केंद्र अधिकारी शामिल हैं।
अधिकारियों के अनुसार, सीबीआई ने बृहस्पतिवार को मनीमाजरा केंद्र के ‘लीड फायरमैन’ कमलेश्वर नेहरा को उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह एसएफओ (दमकल केंद्र अधिकारी) दशेरू सिंह की ओर से एक इंजीनियर से कथित तौर पर 80 हजार रुपये की रिश्वत ले रहा था, और बाद में सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
एजेंसी ने अग्नि सुरक्षा उपकरणों का कारोबार करने वाली एक कंपनी के इंजीनियर की शिकायत पर कार्रवाई की। इंजीनियर ने शिकायत में कहा कि उनकी कंपनी ने चंडीगढ़ में एक व्यावसायिक परिसर में अग्निशमन एवं अग्नि अलार्म प्रणाली स्थापित की थी।
सीबीआई प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह भी आरोप लगाया गया कि मनीमाजरा केंद्र के आरोपी एसएफओ ने परिसर का दौरा किया तथा अग्निशमन एवं अलार्म प्रणाली के लिए एनओसी जारी करने के लिए एक लाख रुपये की मांग की।’’ प्रवक्ता ने बताया कि सीबीआई ने गिरफ्तारी के बाद मनीमाजरा अग्निशन केंद्र और दोनों अधिकारियों के आवासों पर छापेमारी की और एजेंसी ने आरोपी एसएफओ के घर से चार लाख रुपये नकद तथा आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं।