बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन का सपना उस समय चकनाचूर हो गया। जब उन्हीं की सरकार में एक मंत्री के बेटे ने सरेआम कानून की धज्जियां उड़ाते हुए भीड़ पर गोली चला दी।
यह घटना पश्चिम चंपारण जिले की बताई जा रही है। जहां बिहार सरकार में पर्यटन मंत्री और भाजपा के विधायक नारायण शाह के बेटे ने अपने ही गांव हरदिया में क्रिकेट खेल रहे बच्चों पर गोली चला दी।
जानकारी के मुताबिक मंत्री पुत्र के द्वारा की गई फायरिंग में कुछ बच्चे घायल हो गये। जिसके बाद भड़के गांववालों नें मंत्री पुत्र की पिटाई कर दी। दरअसल कुछ बच्चे मंत्री के बगीचे में क्रिकेट खेल रहे थे।
जब इस बात की जानकारी मंत्री के बेटे बबलू को हुई तो वह गुस्से में बंदूक लेकर अपने दोस्तों के साथ बगीचे में पहुंचा और वहां खेल रहे लड़कों के साथ मारपीट करने लगा।
इसके विरोध में क्रिकेट खेल रहे लड़के भी लड़ाई करने लगे। तब कथिततौर पर मंत्री नारायण शाह के बेटे ने खेलने वाले बच्चों के उपर गोली चला दी। जिसमें कुछ बच्चे जख्मी हो गये।
फायरिंग की बात जैसे ही ग्रामीणों को पता चली, वे मंत्री नारायण शाह के बेटे पर बुरी तरह से भड़क गए। ग्रामीणों ने मंत्री के बेटे बबलू की कार को चारों तरफ से घेर लिया और मंत्री पुत्र के साथ-साथ साथियों को दौड़ा-दौड़ाकर पिटाई कर दी।
वहीं मामले में मंत्री नारायण शाह ने मामले में सफाई देते हुए कहा , "जो गाड़ी वहां है उस पर भाजपा का स्टिकर और किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष का बोर्ड लगा होगा लेकिन पर्यटन विभाग का स्टिकर नहीं होगा। हमारे लड़के द्वारा किसी भी तरह की फायरिंग नहीं हुई है। बदनाम करने के लिए अफवाह फैलाई जा रही है।"
मौके पर इकट्ठा हुए ग्रामीणों ने मंत्री नारायण शाह की गाड़ी को घेरकर उनके बेटे बबलू के खिलाफ कार्रवाई की मांग शुरू कर दी। घटनास्थल पर सूचना के बाद पहुंची भारी पुलिस बल ने किसी तरह से समझाबुझा कर आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया।