लाइव न्यूज़ :

विश्व बैंक ने कहा- वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था का 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान

By मनाली रस्तोगी | Published: October 03, 2023 1:21 PM

विश्व बैंक ने कहा कि दक्षिण एशिया में इस साल 5.8 प्रतिशत की दर से वृद्धि होने का अनुमान है, जो दुनिया के किसी भी अन्य विकासशील देश क्षेत्र की तुलना में अधिक है।

Open in App
ठळक मुद्देभारत में अपेक्षा से अधिक मजबूत आंकड़ों के कारण 2023 में वृद्धि में 0.2 प्रतिशत अंक की वृद्धि हुई है।कमजोर विदेशी मांग के परिणामस्वरूप माल निर्यात की वृद्धि धीमी होने का अनुमान है, हालांकि मजबूत सेवा निर्यात से इसकी भरपाई हो जाएगी।रोजगार संकेतक कमजोर रहे हैं, हालांकि उचित नीतियों के साथ देश की आर्थिक वृद्धि अधिक रोजगार सृजन कर सकती है।

नई दिल्ली/वॉशिंगटन: निवेश और घरेलू मांग के दम पर भारतीय अर्थव्यवस्था के चालू वित्त वर्ष 2023-24 में 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। विश्व बैंक की मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल की पृष्ठभूमि में भारत लगातार मजबूती दिखा रहा है। 

विश्व बैंक की भारत की वृद्धि से जुड़ी अद्यतन जानकारी के अनुसार, भारत जो दक्षिण एशिया क्षेत्र का बड़ा हिस्सा है, वहां 2023-24 में वृद्धि दर 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है। मुद्रास्फीति पर रिपोर्ट में कहा गया कि खाद्य पदार्थों की कीमतें सामान्य होने और सरकारी कदमों से प्रमुख वस्तुओं की आपूर्ति बढ़ाने में मदद मिलने से इसके धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है। 

विश्व बैंक ने कहा कि दक्षिण एशिया में इस साल 5.8 प्रतिशत की दर से वृद्धि होने का अनुमान है, जो दुनिया के किसी भी अन्य विकासशील देश क्षेत्र की तुलना में अधिक है। हालांकि यह वैश्विक महामारी से पहले की गति से धीमी है और अपने विकास लक्ष्यों को हासिल करने के लिए पर्याप्त रूप से तेज नहीं है। भारत में अपेक्षा से अधिक मजबूत आंकड़ों के कारण 2023 में वृद्धि में 0.2 प्रतिशत अंक की वृद्धि हुई है। 

विश्व बैंक के उपाध्यक्ष (दक्षिण एशिया क्षेत्र) मार्टिन रायसर ने कहा, "पहली नजर में दक्षिण एशिया वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक उज्ज्वल स्थान है। विश्व बैंक का अनुमान है कि यह क्षेत्र अगले कुछ वर्षों में किसी भी अन्य विकासशील देश क्षेत्र की तुलना में अधिक तेजी से बढ़ेगा।" 

कमजोर विदेशी मांग के परिणामस्वरूप माल निर्यात की वृद्धि धीमी होने का अनुमान है, हालांकि मजबूत सेवा निर्यात से इसकी भरपाई हो जाएगी। रोजगार संकेतक कमजोर रहे हैं, हालांकि उचित नीतियों के साथ देश की आर्थिक वृद्धि अधिक रोजगार सृजन कर सकती है।

(भाषा इनपुट के साथ)

टॅग्स :World BankभारतIndia
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यकहीं आप भी जहर में डुबाकर पकाया गया आम तो नहीं खा रहे! कैल्शियम कार्बाइड है बेहद खतरनाक, जानें इसके नुकसान

भारतIndia Next Prime Minister: 'देश का दुर्भाग्य होगा अगर अमित शाह, योगी आदित्यनाथ पीएम बनेंगे', योगेंद्र यादव ने कहा

भारतFact Check: राहुल गांधी रैलियों में ले जाते हैं चीन का संविधान? जानें लाल कवर वाले संविधान बुक का सच

भारतब्लॉग: देश की युवा शक्ति आखिर कहां व्यस्त है?

भारतअभिषेक कुमार सिंह का ब्लॉग: अंतरिक्ष के दरवाजे पर नई दस्तक

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारएलन मस्क उस रात कहा थे, जब अचानक गूगल सह-संस्थापक सर्गेई ब्रिन की पत्नी हो गईं गुम, जानिए रिश्ता क्यों टूटा

कारोबारGold Rate Today, 25 May 2024: सोना हुआ सस्ता, जानें अपने शहर का सोने का भाव

कारोबारजियो फाइनेंशियल की रिलायंस रिटेल के साथ 36,000 करोड़ रुपये की डील पर नजर

कारोबारएलन मस्क ने व्हाट्सअप और मार्क जुकरबर्ग पर लगाया गंभीर आरोप, कहा- 'हर रात डेटा हो रहा एक्सपोर्ट'

कारोबारआयकर विभाग ने AIS फॉर्म के फीचर को किया लॉन्च, इससे करदाता को होंगे ये फायदे, यहां जानिए