पटनाः बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश के 1.11 करोड़ से अधिक सामाजिक सुरक्षा पेंशन धारकों को एक बड़ी राहत दी है। शुक्रवार को उन्होंने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (डीबीटी) के माध्यम से 1227.27 करोड़ रुपये की पेंशन राशि लाभार्थियों के बैंक खातों में ट्रांसफर कर दिया। मुख्यमंत्री ने बुजुर्गों, महिलाओं, विधवा और दिव्यांगों की मासिक पेंशन राशि 400 रुपए महीना से बढ़ाते हुए 1100 रुपए करते हुए उनके बैंक खातों में भेजा। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया कि अब से प्रत्येक महीने की 10 तारीख को 1100 रुपए की पेंशन राशि जाएगी।
वहीं, लालू-राबड़ी राज पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 24 नवंबर 2005 के पहले कहीं कुछ नहीं था। हमारी सरकार आई तो हर वर्ग, हर क्षेत्र और हर जगह के लिए काम किया गया। राजद से दो बार हाथ मिलाने पर सफाई देते हुए कहा कि हम गलती से दो बार उन लोगों को साथ लिए थे। अब फिर से कहीं नहीं जाने वाले हैं।
अब आगे कहीं इधर-उधर नहीं जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले 20 वर्ष में हमारी सरकार ने सभी के कल्याण के लिए कई काम किए। सभी वर्गों के उत्थान के लिए कई योजनाएं चलाई हैं और समाज के कमजोर वर्ग के लोगों के हित के लिए हम निरंतर काम किया है। इसी क्रम में पेंशन की राशि को बढ़ाकर 400 रुपए से 1100 रुपए महीना करने का निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी सरकार ने शुरू से ही महिलाओं की सशक्तिकरण और उन्हें आत्म निर्भर बनाने के लिए काम किया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकार महिला को नहीं पूछती थी। लेकिन हमारी सरकार ने पंचायती राज में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण दिया। सरकारी नौकरी में आरक्षण 35 फीसदी दिया।
उन्होंने कहा कि अब महिलाओं की स्थिति कितनी बदली है इसका अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि महिला सब अब कितना बढ़िया कपड़ा पहनती हैं। बिहार के सभी विधवा, वृद्ध और दिव्यांग व्यक्तियों को ₹1100 दिया जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि आज से इसकी शुरुआत की जा रही है, जो करोड़ों लोगों को फायदा पहुंचाएगी।
जिनकी उम्र 60 साल है, चाहे वह पुरुष हो या महिला, सभी को यह मदद दी जाएगी। 60 साल से ज्यादा के सभी दिव्यांगों को भी यह सहायता दी जा रही है। वहीं, सभी विधवा महिलाओं को भी ₹1100 दिए जा रहे हैं। इस कदम को बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले नीतीश सरकार का मास्टरस्ट्रोक माना जा रहा है।