बॉलीवुड एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा के प्रोडक्शन में बनी वेब सीरिज पाताल लोक सोशल मीडिया पर एक बार फिर ट्रेंड कर रही है। लेकिन इस बार वेब सीरीज को बैन करने की मांग की जा रही है। सोशल मीडिया पर वेब सीरीज को बॉयकॉट करने की मांग उठ रही है। इतना ही नहीं शो की प्रोड्यूसर अनुष्का शर्मा को इसे लेकर ट्रोल किया जा रहा है। कुछ लोग इसे सामाजिक शांति और सौहार्द बिगाड़ने वाला शो बता रहे हैं।
लोगों की मानें तो वेब सीरीज हिंदू भावनाओं को आहत करती है, जिसके बाद इसके बॉयकॉट की मांग तेज हो गई है। लोग इसे बैन करने की मांग कर रहे हैं। अमेजन प्राइम की इस वेबसीरीज के लिए लोग नेटफ्लिक्स को भी खूब खरी-खोटी सुना रहे हैं। पाताल लोक पर पुलिस की गलत छवि पेश करने, नेपाली समुदाय का अपमान, हिंदू विरोधी, ब्राह्मण विरोधी होने के आरोप लग रहे हैं।
अनुष्का शर्मा को भेजा गया लीगल नोटिस
लॉयर गिल्ड मेंबर वीरेन सिंह गुरुंग ने सीरीज की प्रोड्यूसर अनुष्का शर्मा को लीगल नोटिस भेजा था और अनुष्का शर्मा ने माफी मांगने को कहा। 18 मई को ये नोटिस भेजा गया। भेजे गए इस नोटिस में वीरेन सिंह गुरुंग ने कहा कि इस वेब सीरीज में जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल हुआ है, जिससे पूरे नेपाली समुदाय का अपमान हुआ है। उन्होंने कहा कि सीजन एक के एपिसोड दो में 3 मिनट और 41 सेकेंड पर पूछताछ के दौरान शो में महिला पुलिस नेपाली किरदार पर जातिवादी गाली का इस्तेमाल करती है।
इतना ही नहीं वीरेन के मुताबिक उन्हें नेपाली शब्द के इस्तेमाल से कोई दिक्कत नहीं है लेकिन इसके बाद का जो शब्द कहा गया है उस पर उन्हें आपत्ति है। नेपाली 22 अनुसूचित भाषा में से एक है और भारत में डेढ़ करोड़ लोग हैं जो नेपाली को आम भाषा में बोलते हैं। गोरखा समुदाय सबसे बड़ा नेपाली भाषी समुदाय है और यह समुदाय का सीधा अपमान है।
भारत में जाति या धर्म से ऊपर उठ पाना नामुमकिन है
अमेजन प्राइम पर रिलीज हुए इस शो को देश में जाति, वर्ग, लिंग और धार्मिक समीकरणों पर परतदर एवं पैनी नजर डालने और कैसे ये सारे समीकरण इंस्पेक्टर हाथीराम चौधरी (जयदीप अहलावत) और उसके सहयोगी इमरान अंसारी (इश्वाक सिंह) की जांच के केंद्र में रहे चार संदिग्धों की किस्मत को निर्धारित करते हैं,यह दिखाने के लिए काफी तारीफ मिल रही है। शर्मा ने एक साक्षात्कार में पीटीआई-भाषा से कहा, “हम भारत में इन विभाजनों को गहराई से देखना चाहते थे जो साथ-साथ चलते हैं चाहे बात वर्ग की हो या जाति, भाषा, धर्म या लिंग की।
जाति एवं धर्म दो प्रमुख फॉल्टलाइन हैं। उन्हें अलग यह बनाता है कि सामाजिक आर्थिक दर्जे से आप अपने वर्ग से ऊपर उठ सकते हैं लेकिन देश में जाति या धर्म से ऊपर उठ पाना नामुमकिन है।” नौ कड़ियों वाली सीरिज “पाताल लोक” लंबी कहानी कहने वाले शर्मा के लिए अलग तरह की कामयाबी है। उन्हें “एनएच10”, “उड़ता पंजाब’’ और “सोनचिरैया” जैसी कहानियों के लेखन का श्रेय प्राप्त है। उन्होंने कहा कि शो पर काम करना कई लघु कहानियां लिखने के बाद एक उपन्यास खत्म करने के बराबर था।