Los Angeles wildfires: अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया के महानगर लाॅस एंजिल्स में लगी भयानक आग इस बात की चेतावनी है कि जलवायु परिवर्तन के चलते धरती का जिस तेजी से तापमान बढ़ रहा है, उसने दुनिया को नष्ट होने के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है. आग ने हाॅलीवुड और फैशन के लिए मशहूर शहर के बड़े हिस्से को चपेट में लेकर 10,000 से ज्यादा बहुमंजिले भवन राख कर दिए हैं. बचाव के लाख प्रयासों के बावजूद अभी तक 27 लोगों की जान जा चुकी है. इस महात्रासदी के पीछे वे ग्रीनहाउस गैसें रही हैं, जो धरती का तापमान बढ़ाकर पारिस्थतिकी तंत्र में निरंतर बदलाव ला रही हैं.
धरती के इस बढ़ते तापमान और जलवायु परिवर्तन के घातक संकेतों को संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में पहले ही जता दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के कई देश पिछले कुछ सालों से भीषण गर्मी, सूखा, आग, तूफान, बर्फबारी, बाढ़ और बादल फटने व बिजली गिरने की घटनाओं से दो-चार हो रहे हैं. हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और खरबों की संपत्ति का नुकसान हुआ है.
60 देशों के 200 वैज्ञानिकों ने यह रिपोर्ट तैयार की है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अगले 20 साल में धरती का तापमान 1.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाएगा. वैज्ञानिकों ने पहले अंदाज लगाया था कि यह तापमान 2050 तक बढ़ेगा, लेकिन अब यह दस साल पहले, अर्थात 2040 तक ही बढ़ जाएगा. तेज गर्म हवाओं के चलते 50 साल में बढ़ने वाला तापमान अब हर दस साल में बढ़ रहा है.
संयुक्त राष्ट्र के अंतर सरकारी जलवायु परिवर्तन पैनल की इस रिपोर्ट को दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी रिपोर्ट कहा गया है. इस रिपोर्ट की पुष्टि यूरोपियन स्पेस एजेंसी कोपरनिकस क्लाइमेट चेंज सर्विस ने 10 जनवरी 2025 को की है. रिपोर्ट के अनुसार 2024 ऐसा पहला साल है, जब दुनिया का तापमान पूर्व औद्योगिक स्तर से 1.6 डिग्री सेल्सियस अधिक हो गया है.
इस रिपोर्ट को जलते लाॅस एंजिल्स के परिप्रेक्ष्य में देखने व परखने की जरूरत है. कैलिफाेर्निया शहर पहाड़ों के बीच बसा है. यहां चीड़ के जंगल हैं. चीड़ के सूखे पेड़-पत्तों में आग लगने से जंगल जलने लग गया. कुछ ही घंटों में आग ने लाॅस एंजिल्स के बड़े क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया. शहर की हवा जहरीली हो गई.
यहां 160 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली ‘सांता सना’ हवाओं ने आग को तेजी से भड़का दिया. आमतौर से पतझड़ के मौसम में चलने वाली ये हवाएं अत्यंत गर्म होती हैं. ये दक्षिण कैलिफोर्निया क्षेत्र को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं. यह आग इसलिए भी तेजी से भड़की क्योंकि कैलिफोर्निया में कई साल से सूखे के हालात बने हुए हैं. इलाके में नमी औसत स्तर से कम हो गई है. वैसे भी यह इलाका अमेरिका के दूसरे क्षेत्रों की तुलना में कहीं अधिक गरम है. यही वजह है कि यहां पर गर्मी के मौसम में अक्सर जंगल सुलग उठते हैं.