छिंदवाड़ा की घटना ने उस त्रासदी को रेखांकित किया है जिसमें आम भारतीय परिवार जीने को मजबूर हैं. क्या किसी को जवाबदेह नहीं होना चाहिए जब इतने सारे बच्चे बिना उनकी गलती के मर रहे हों? क्या होता अगर किसी बड़े राजनेता या शीर्ष नौकरशाह को ऐसी त्रासदी का सा
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Mental Health Day: अध्ययन में पाया गया कि कोविड के दौरान 37 प्रतिशत हेल्थ वर्कर्स को एंग्जाइटी हुई, 33 प्रतिशत को डिप्रेशन और 23 प्रतिशत को स्ट्रेस. ये आंकड़े डराने वाले हैं, क्योंकि ये लोग हमारी जान बचाते हैं, लेकिन खुद की सेहत का क्या?
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लैग्रेंज बिंदु अंतरिक्ष में वे पांच स्थितियां हैं जहां दो बड़े परिक्रमा करने वाले पिंडों मान लीजिए, सूर्य और पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण बल संतुलित होते हैं.
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तालिबान के विदेश मंत्री को यह स्पष्ट रूप से बताया जाना चाहिए कि अफगानिस्तान की आधी आबादी के साथ जो दुर्दांत रवैया उन्होंने अपना रखा है, वह किसी भी रूप में स्वीकार नहीं है.
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डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों की मानें तो विश्व में सालाना 54 करोड़ लोग नेत्र समस्याओं से ग्रस्त होते हैं. इनमें 47 फीसदी ऐसे मरीज हैं जिनकी आंखों की रोशनी तकरीबन जा चुकी होती है.
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Socio-Economic Inequality: एम3एम हुरुन इंडिया रिच लिस्ट 2025 के मुताबिक पूरी दुनिया के विभिन्न देशों की तुलना में भारत में अरबपतियों की संख्या सबसे तेजी से बढ़ रही है.
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Indian Postal Service News: 9 अक्तूबर को विश्व डाक दिवस धूमधाम से मनाया जाता है. 1969 में टोकियो में आयोजित विश्व डाक संघ (यूपीयू) के सम्मेलन में इस बारे में फैसला हुआ था.
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इस देश पर न जाने कितने आक्रमण हुए, हमारी संस्कृति को नष्ट करने की बहुतेरी कोशिश की गई लेकिन सनातन की गहराई देखिए कि सब इसके भीतर समाहित होते चले गए.
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त्रासदी यह है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के साथ ही हम मनुष्यों के स्वभाव में आक्रामकता भी बढ़ती जा रही है (दुनिया में बढ़ती लड़ाइयां इसकी गवाह हैं) और रचनात्मक पहलें दुर्लभ होती जा रही हैं.
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