बेशक देश-काल-परिस्थितियों के मुताबिक नेता का मन बदल सकता है, पर उसके संकेत तो मन-वाणी-कर्म से पहले ही मिलने शुरू हो जाने चाहिए। अगर अचानक मन बदलता है तो नेता की नीयत पर सवाल उठेंगे ही। ...
चुनाव से पहले जिस तरह सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने छोटे-छोटे दलों को इकट्ठा कर व्यापक गठबंधन बनाए, वह तो इन दलों के महत्व का प्रमाण है ही, चुनावी मुकाबले में भी ये दल बड़ी भूमिका निभाते दिख रहे हैं। ...
प्रतिभा सिंह लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर किसी नए रिश्ते का संकेत दे रही हैं। उत्तर प्रदेश में अपना दल कमेरावादी ने तीन लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान कर ‘इंडिया’ गठबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। ...
उन्नीस अप्रैल से एक जून के बीच लोकसभा की 543 सीटों के लिए मतदान होगा, लेकिन लगता है कि अगली केंद्र सरकार के लिए चार राज्यों की चुनावी जंग निर्णायक साबित हो सकती है। ...
बेशक सत्ता केंद्रित राजनीति में विचार की जगह स्वार्थ ने ले ली है, लेकिन कांग्रेस जैसी भगदड़ अन्य दलों में नजर नहीं आती। इसलिए भी कि वरिष्ठ नेताओं के भी पलायन का अनुमान लगाने व उसे रोक पाने में कांग्रेस आलाकमान अक्सर नाकाम नजर आता है। ...
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा जारी रिपोर्ट बताती है कि वर्ष 2022 में देश में हुई 461312 सड़क दुर्घटनाओं में 168491 लोग मारे गए, इनके अलावा 443366 लोग घायल भी हुए। ...
छह महीनों में समिति ने राजनीतिक दलों से लेकर जनसाधारण तक से इस जटिल मुद्दे पर विचार मांगे। जनसाधारण के विचारों का तो अभी पता नहीं, लेकिन राजनीतिक दलों की राय अपेक्षित रूप से विभाजित नजर आती है। ...