संवाददाता से लेकर संपादक तक, राष्ट्रीय प्रिंट मीडिया के महत्वपूर्ण पदों पर कार्य का अनुभव, खासकर एडिटोरियल प्लानिंग, आइडिया, लॉचिंग आदि का विशेष अनुभव।Read More
कांग्रेस पार्टी के व्हिप का उल्लंघन करने के मामले में सचिन पायलट और 18 बागी विधायकों के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष के नोटिस पर राजस्थान हाईकोर्ट अब 24 जुलाई 2020 को फैसला सुनाएगा. हाईकोर्ट ने यह भी कहा है कि तब तक, मतलब- 24 जुलाई तक विधानसभा अध्यक्ष इस म ...
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री भैरोसिंह शेखावत और राजस्थान के ही पूर्व मुख्यमंत्री हरिदेव जोशी से सीखा जा सकता है! राजस्थान की राजनीति में आज भी उनका प्रत्यक्ष सियासी विरोध और अप्रत्यक्ष राजनीतिक दोस्ती के कहे-अनकहे किस्से अक्सर चर्चाओं में रहते हैं. ...
सचिन पायलट के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद उन्होंने राजस्थान में संघर्ष किया और अपनी अलग पहचान बनाई, जिसके परिणामस्वरूप विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली, लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री पद नहीं मिला. ...
सचिन पायलट ने गलत सियासी चाल चलकर सीएम गहलोत के राजनीतिक मकसद को ही पूरा किया है. इसलिए, सीएम गहलोत कभी नहीं चाहेंगे कि पायलट पुनः राजस्थान में पुरानी सियासी हैसियत में लौट आएं, अलबत्ता पायलट खेमे के कई विधायकों को वे जरूर स्वीकार कर सकते हैं. ...
सीएम अशोक गहलोत अस्सी के दशक से ही पूरे राजस्थान में सक्रिय रहे हैं, इस दौरान उन्होंने अनेक नेताओं से निजी सियासी रिश्ते बनाए हैं, तो वसुंधरा राजे धौलपुर से लेकर बांसवाड़ा तक पूरे राजस्थान की यात्राएं करती रही हैं. ...
धैर्य और अनुभव काम आया तथा वे कांग्रेस के केन्द्रीय नेतृत्व को सचिन पायलट के खिलाफ निर्णय लेने के लिए तैयार कर पाने में कामयाब रहे हैं. इस वक्त सीएम गहलोत के सामने कई चुनौतियां जरूर हैं, लेकिन अब लगता है कि वे आसानी से इनसे पार पा जाएंगे. ...
सियासी विवाद खत्म करने की राह में तीन बड़े मुद्दे हैं....एक- सचिन पायलट राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष बने रहना चाहते हैं. दो- बतौर उपमुख्यमंत्री वे गृह मंत्रालय भी अपने पास चाहते हैं. तीन- अपने समर्थकों के लिए वे कुल मंत्रियों में से आधे मंत्री ...
इस वक्त कांग्रेस के 107 विधायक हैं, इनके अलावा गहलोत को एक दर्जन से ज्यादा निर्दलीय और अन्य विधायकों का समर्थन प्राप्त है. इनमें पायलट के समर्थक विधायक भी हैं. ...