देश की नई शिक्षा नीति के संकल्प के अनुकूल भारत सरकार का मानव संसाधन विकास मंत्नालय अब ‘शिक्षा मंत्नालय’ के नाम से जाना जाएगा. इस पर राष्ट्रपति की मुहर लग गई है और गजट भी प्रकाशित हो गया है. इस फौरी कार्रवाई के लिए सरकार निश्चित ही बधाई की पात्न है. य ...
स्कृत भाषा और साहित्य एक ऐसा स्रोत प्रतीत होता है जिसकी संभावनाओं पर विचार किया जाना चाहिए. कहना न होगा कि संस्कृत भारत की अनेक भाषाओं की जननी है और अनेक स्तरों पर उसकी उपस्थिति हमारे व्यवहार के चेतन और अचेतन स्तर पर बनी हुई है. ...
ब्रिटिश सत्ता से मोह भंग के फलस्वरूप बीसवीं सदी के आरंभ में इस युवा भारतीय ने अपने सहयोगियों के साथ राष्ट्र की अवधारणा को धार दी और समाज के मध्य वर्ग का समर्थन अर्जित किया. इन लोगों ने अपने प्रयासों से हीन भावना से मुक्त होकर बर्तानवी शासन से मुक्ति ...
एक विशाल मानवीय चेतना की परिधि में भक्ति के विचार को जन-जन के हृदय तक पहुंचाते हुए गोस्वामीजी हमारे सामने एक लोकदर्शी दृष्टि वाले कवि के रूप में उपस्थित होते ...
परीक्षा के अंकों की मारामारी के चलते कुंठा, हताशा, ईर्ष्या और असफलता के नए आयाम खुलते जा रहे हैं. बहुत से विद्यार्थी तनाव और मानसिक यंत्रणा झेलने लगते हैं. ...
आयुर्वेद की एक शाखा ही ‘वृक्षायुर्वेद’ है. घने जंगल बड़े मनोरम और सुरम्य होते हैं. नैसर्गिक रूप से विकसित होने वाले जंगल बेतरतीब होते हैं पर जैव विविधता की दृष्टि से बड़े ही अनमोल होते हैं. मानवी रिहाइश से दूर जंगलों में बहुत से जीव-जंतु भी पलते रहते ...
अनेक भाषा बोलने वाले और अनेक धर्मो को मानने वाले थे (जनं विभ्रती बहुधा विवाचसं नानाधर्माणां पृथिवी यथौकसम). परंतु सभी मिलकर मातृभूमि को शक्ति देते हैं और उसकी समृद्धि करते हैं. उनके मन में यह भावना है कि यह धरती मां है और हम सब उसकी संतान हैं : ‘माता ...