नई दिल्ली: फिलिस्तीन के लोगों के लिए भारत द्वारा भेजी गई मानवीय सहायता मिस्र पहुंच गई है। मिस्र में भारत के राजदूत अजीत गुप्ते ने फिलिस्तीन को आगे भेजने के लिए मिस्र के रेड क्रिसेंट को राहत सामग्री सौंपी। मिस्र में भारत द्वारा भेजी गई मानवीय सहायता को रेड क्रिसेंट को सौंपते भारत के राजदूत अजीत गुप्ते की तस्वीर भारतीय विदेश मंत्रालय ने जारी की है।
बता दें कि 22 अक्टूबर को भारत ने फिलिस्तीन के लोगों के लिए करीब साढ़े छह टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री भेजी। भारतीय वायु सेना का सी-17 परिवहन विमान राहत सामग्री लेकर मिस्र के अल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर ये जानकारी देते हुए कहा, ‘भारत ने फलस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजी है। फलस्तीन के लोगों के लिए लगभग साढ़े छह टन चिकित्सा सहायता तथा 32 टन आपदा राहत सामग्री लेकर आईएएफ सी-17 मिस्र के अल-अरिश हवाई अड्डे के लिए रवाना हुआ।’
उन्होंने कहा, ‘सामग्री में आवश्यक जीवन रक्षक दवाएं, सर्जिकल सामान, तंबू, स्लीपिंग बैग, तिरपाल, स्वच्छता संबंधी सामान, जल शुद्धिकरण के लिए टैबलेट सहित अन्य आवश्यक वस्तुएं शामिल हैं।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा गाजा के एक अस्पताल में नागरिकों की मौत पर संवेदना व्यक्त करने तथा इजराइल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही ‘सैद्धांतिक स्थिति’ को दोहराने के तीन दिन बाद भारत ने यह सहायता भेजी है। प्रधानमंत्री ने बृहस्पतिवार को फलस्तीन प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से कहा कि भारत फलस्तीन के लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा। भारत संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) में योगदान के माध्यम से फलस्तीन और फलस्तीनी शरणार्थियों का समर्थन करता रहा है।
बता दें कि इजराइली हमलों के बीच तबाह हुए गाजा में मिस्त्र के राफा बार्डर के जरिए पूरी दुनिया से भेजी गई सहायाता फिलिस्तीन के लोगों भेजी जा रही है। हालांकि राफा बार्डर के जरिए किसी भी सहायता सामग्री को भेजने के लिए इजराइल की भी अनुमति लेनी होती है।