लाइव न्यूज़ :

Coronavirus Update: डोनाल्ड ट्रंप के आरोपों को वुहान विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला ने किया खारिज, कोविड-19 के प्रसार से किया इनकार

By भाषा | Updated: April 19, 2020 17:50 IST

कोरोना वायरस का गढ़ रहे चीन के वुहान की एक शीर्ष विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला ने पहली बार संक्रमण के स्रोत होने के आरोपों को खारिज किया है।

Open in App
ठळक मुद्देकोरोना वायरस महामारी को लेकर पारदर्शिता नहीं बरतने को लेकर दुनिया भर के देश चीन की आलोचना कर रहे हैं।इस वायरस ने दुनियाभर में अब तक 23 लाख लोगों को संक्रमित किया है जबकि एक लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों की इसकी वजह से मौत हो चुकी है।

बीजिंग: वुहान में एक शीर्ष चीनी विषाणु विज्ञान प्रयोगशाला ने खुद पर लग रहे कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण के स्रोत होने के आरोपों को पहली बार खारिज किया है। उसने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के आरोपों को भी खारिज किया कि यह खतरनाक वायरस दुनिया भर में फैलने और कहर बरपाने से पहले यहीं से शुरू हुआ। कोरोना वायरस महामारी को लेकर पारदर्शिता नहीं बरतने को लेकर दुनिया भर के देश चीन की आलोचना कर रहे हैं। इस वायरस ने दुनियाभर में अब तक 23 लाख लोगों को संक्रमित किया है जबकि एक लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों की इसकी वजह से मौत हो चुकी है।

राष्ट्रपति ट्रंप ने शनिवार को कहा था कि उनका प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि नया कोरोना वायरस वुहान की एक प्रयोगशाला से 'निकला' और दुनियाभर में फैल गया। पिछले साल दिसंबर में वुहान में मामला सामने आने के बाद से ही यह कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या यह वायरस वहां वुहान विषाणु विज्ञान संस्थान (डब्ल्यूआईवी) या पास के हुआननान सीफूड मार्केट से निकला है। डब्ल्यूआईवी और खास तौर पर उसकी पी4 प्रयोगशाला खतरनाक वायरस को संभालने में सक्षम है। 

प्रयोगशाला ने यद्यपि फरवरी में एक बयान जारी कर इन अफवाहों का खंडन किया था, उसके निदेशक युआन झिमिंग ने अपने पहले मीडिया साक्षात्कार में इन अफवाहों को खारिज किया कि उनका संस्थान कोविड-19 का वास्तविक स्रोत है। उन्होंने सरकारी सीजीटीएन टीवी चैनल को बताया, 'हम जानते हैं कि संस्थान में किस तरह के शोध हो रहे हैं और संस्थान में वायरसों और नमूनों को कैसे संभाला जाता है। इस बात का सवाल ही नहीं कि वायरस हमसे आया है।' 

निदेशक ने कहा, 'हमारे यहां सख्त नियामक व्यवस्था है। हमारे यहां शोध के लिए आचार संहिता है इसलिये हमें इसका भरोसा है।' उन्होंने कहा कि विषाणु विज्ञान संस्थान और पी4 प्रयोगशाला वुहान में है, 'लोग कुछ नहीं मिलने पर इस तरह का संबंध स्थापित कर सकते हैं।' अमेरिका के आरोपों के संदर्भ में युआन ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग 'बिना किसी तथ्य या ज्ञान' के लोगों को 'जानबूझकर गुमराह' कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह वायरस 'मानव निर्मित नहीं हो सकता' और ऐसे कोई साक्ष्य नहीं हैं जो यह साबित करें कि यह कृत्रिम है।

टॅग्स :कोरोना वायरसचीनडोनाल्ड ट्रम्पसीओवीआईडी-19 इंडिया
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वअगर ट्रंप अपनी नीति में बदलाव नहीं करते, तो भारत को खो देने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति बनेंगे?, सांसद सिंडी कमलागर डोव ने कहा- सबसे बेहतर दोस्त...

विश्वडोनाल्ड ट्रंप ने लॉन्च किया 'गोल्ड कार्ड' वीजा प्रोग्राम, अमेरिकी नागरिकता पाने के लिए देने होंगे 10 लाख; जानें क्या है ये

भारतट्रंप के टैरिफ लागू करने के बीच भारत-अमेरिका की आज ट्रेड वार्ता, दिल्ली में होगी बैठक

विश्वट्रम्प की इससे ज्यादा बेइज्जती और क्या हो सकती है ? 

कारोबारजी-20 पर रार जारी, वैश्वीकरण की जगह लेता आक्रामक राष्ट्रवाद

विश्व अधिक खबरें

विश्वसोशल मीडिया बैन, 16 साल से बच्चों पर लागू, फेसबुक, इंस्टाग्राम, किक, रेडिट, स्नैपचैट, थ्रेड्स, टिकटॉक, एक्स, यूट्यूब और ट्विच जल्दी हटाएं नहीं तो 3.29 करोड़ अमेरिकी डॉलर जुर्माना

विश्वInternational Human Rights Day 2025: 10 दिसंबर को क्यों मनाया जाता है मानवाधिकार दिवस? जानें क्या है महत्व

विश्वपाकिस्तान टूटने की कगार पर, 'सिंधुदेश' की मांग को लेकर कराची में भड़की हिंसा

विश्वसिंध प्रांतः हिंदू महिला और नाबालिग बेटी का अपहरण, 3 हथियारबंद शख्स ने घर से बाहर निकलते ही जबरन सफेद कार में बैठाया और...

विश्वमोहसिन नकवी के लिए बड़ी शर्मिंदगी! लंदन में पुलिस ने पाकिस्तान के मंत्री की कार की तलाशी ली, नेटिज़न्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी | VIDEO