वाशिंगटन: कोरोना वायरस ने दुनिया के ज्यादातर मुल्कों को अपने चपेट में ले लिया है। अब खबर है कि अमेरिका के सबसे सुरक्षित जगह व्हाइट हाउस के अधिकारी में भी कोरोना वायरस पॉजिटिव आया है। एएनआई के मुताबिक, अमेरिका के उप राष्ट्रपति माइक पेनेस के साथ नियुक्त एक अधिकारी कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया गया है।
इस खुलासे के बाद हड़कंप मचा हुआ है। अब इस बात की जांच की जा रही है कि ये शख्स व्हाइट हाउस में किन किन लोगों के साथ संपर्क में आया था। हालांकि जानकारी मिली है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उप राष्ट्रपति माइक पेनेस पिछले कुछ दिनों से इस व्यक्ति के साथ संपर्क में नहीं हैं।
वहीं, अमेरिका में जारी कोरोना वायरस के कहर के बीच विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने चीन पर गलत सूचनाएं फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कोरोना वायरस को 'वुहान वायरस' बताया है। दरअसल, वुहान से ही इस वायरस के संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी, रूस और ईरान कोरोना वायरस की महामारी को लेकर गलत सूचनाएं फैला रहे हैं। इसका मकसद लोगों में भय और भ्रम पैदा करना है।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, 'इससे पहले हमने चीन को यह प्रस्ताव दिया था कि हमारे विशेषज्ञ उनकी और डब्लूएचओ की मदद के लिए चीन जाएंगे लेकिन हमें इसकी अनुमति नहीं दी गई। इस तरह की चीजें चीनी कम्युनिस्ट पार्टी ने कीं जिससे दुनिया और विश्वभर के लोग खतरे में आ गए हैं।'
आपको बता दें कि इससे पहले खुद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी कहा था कि चीन दुनिया से कोरोना वायरस की सच्चाई को छिपा रहा है। यही नहीं ट्रंप ने कहा था कि कोरोना वायरस पर चीन ने प्रारंभिक सूचना छिपाई जिसकी सजा आज दुनिया भुगत रही है।
ट्रंप ने कोरोना वायरस को चीनी वायरस बताते हुए कहा था कि दुनिया उनके कर्मों की बहुब बड़ी सजा सुना रही है। ट्रंप का इशारा इस बात की ओर था कि चीन ने सही समय पर कोरोना वायरस के फैलने की पूरी सूचना साझा नहीं की।