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Boko Haram ने फिर किया नरसंहार, 110 किसानों का सिर काटकर धड़ से किया अलग

By गुणातीत ओझा | Published: December 01, 2020 2:05 AM

नाइजीरिया (Nigeria) के लोगों को एक बार फिर खूंखार आतंकवादी संगठन बोको हरम (Boko Haram) के कहर का सामना करना पड़ा है। मानवता का खून करने वाली घटना में 110 किसानों की निर्मम हत्या (110 Farmers Slaughtered) कर दी गई।

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ठळक मुद्देनाइजीरिया के लोगों को एक बार फिर खूंखार आतंकवादी संगठन बोको हरम के कहर का सामना करना पड़ा है।मानवता का खून करने वाली घटना में 110 किसानों की निर्मम हत्या कर दी गई।

नाइजीरिया (Nigeria) के लोगों को एक बार फिर खूंखार आतंकवादी संगठन बोको हरम (Boko Haram) के कहर का सामना करना पड़ा है। मानवता का खून करने वाली घटना में 110 किसानों की निर्मम हत्या (110 Farmers Slaughtered) कर दी गई। आतंकियों ने बेबस और निर्दोष किसानों का गला काटकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इस कत्लेआम से पूरा विश्व स्तब्ध है। संयुक्त राष्ट्र संघ (United Nations) ने इस नरसंहार की पुष्टि की है। संघ ने बताया कि आतंकी संगठन बोको हरम के हत्‍यारों ने खेत में काम कर रहे 110 लोगों की निर्मम तरीके से हत्‍या कर दी है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस निर्मम हमले में धान के खेत में काम कर रहे इन मजदूरों को पहले पकड़कर बांधा गया और फिर उनके गले काट दिए गए। नाइजीरिया के राष्ट्रपति मोहम्मद बुहारी ने हमले की निंदा की है। उन्होंने कहा है कि इन हत्याओं से पूरा देश घायल हुआ है।नाइजीरिया में संयुक्‍त राष्‍ट्र के मानवीय समन्‍वयक एडवर्ड कल्‍लोन ने कहा इस आतंकी हमले में कई लोग घायल भी हुए हैं। यह घटना कोशोबे की है जो मुख्‍य शहर मैदूगुरी के पास ही स्थित है। एडवर्ड कल्‍लोन ने बताया कि शुरू में मरने वालों का यह आंकड़ा 43 था जो बाद में बढ़कर 70 हो गया था जो अब 110 पहुंच गया है। उन्‍होंने कहा कि यह घटना सबसे हिंसात्‍मक तरीके से सीधे आम नागरिकों पर किया गया हमला है। इन हत्‍यारों पर कानून का शिकंजा कसना जरूरी है। ऐसा पहली बार नहीं है जब बोको हरम ने ऐसी घटना को अंजाम दिया हो। दो हफ्ते पहले ही बोको हरम ने 13 लोगों की निर्मम हत्या की थी और 6 लोगों का अपहरण कर लिया था। हमले के दौरान बोको हराम के लड़ाकों ने लोगों के पैसे भी लूट लिये थे।

आइये अब आपको बताते हैं इतने बड़े नरसंहार की वजह के बारे में..

हाल ही में बोर्नो स्टेट में स्थानीय चुनाव किए गए थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक बोको हरम ने लोगों को मतदान प्रक्रिया से दूर रहने की चेतावनी दी थी। लोग मतदान करने गए थे इसलिए आतंकी संगठन ने इस कत्लेआम को अंजाम दिया। चुनावों को बार-बार स्थगित किया जाता रहा था। बोको हरम के हमले पिछले काफी वक्त से बढ़ते जा रहे हैं। इस कारण चुनावों को टाला जा रहा था। इससे एक बार फिर इस खतरनाक आतंकी संगठन पर दुनिया की निगाहें जा टिकी हैं।

अब आपको बताते हैं कब यह बेरहम आतंकी संगठन वजूद में आया..

बोको हरम की स्थापना 2002 में मोहम्मद यूसुफ ने की थी। स्थानीय भाषा- हौसा में बोको का मतलब 'वेस्टर्न एजुकेशन की मुखालफत करना है।' लेकिन 2009 में नाइजीरिया में एक इस्लामिक देश की स्थापना के लिए संगठन ने मिलिट्री ऑपरेशन शुरू कर दिए। अमेरिका ने 2013 में बोको हरम को आतंकी संगठन घोषित किया। बोको हरम का आतंक उत्तरी अफ्रीका के देशों में है। इस संगठन को इस्लामिक स्टेट्स ऑफ वेस्ट अफ्रीका प्रांर्विस के नाम से भी जाना जाता है। चाड और कैमरुन देश भी इसके निशाने पर आ चुके है।

टॅग्स :बोको हराम
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