ठळक मुद्देदिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है।किसानों के भारत बंद आह्वान को 18 विपक्षी दलों का भी साथ मिल गया है।
दिल्ली बॉर्डर पर डटे किसानों ने 8 दिसंबर को भारत बंद (Bharat Band) का आह्वान किया है। किसानों के भारत बंद आह्वान को 18 विपक्षी दलों का भी साथ मिल गया है। NCP प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने चेतावनी दी थी कि किसानों की मांगों पर विचार नहीं किया गया, तो पूरे देश के लोग आंदोलन में किसानों के साथ खड़े हो जाएंगे। अभी तक की किसानों और सरकार के बीच पांच दौर की मुलाकात बेनतीजा रही है। वहीं, 9 दिसंबर को सरकार और किसान एक बार फिर चर्चा करेंगे। बीते कई दिनों से चल ही इस घमासान में एक राहत की खबर यह है कि सरकार कृषि कानूनों (Farm Laws) में संशोधन करने के संकेत दे चुकी है।अब बात करते हैं किसानों के हड़ताल के आह्वान की... 8 दिसंबर को पूरे देश में होने वाली हड़ताल में कांग्रेस समेत 18 बड़े विपक्षी दलों ने किसानों का साथ देने का फैसला किया है। रविवार को कश्मीर में तैयार हुए गुपकार गठबंधन (गुपकार गठबंधन में 7 पार्टियां शामिल हैं), वाम दलों (Left Parties), आरएसपी (RSP), डीएमके (DMK), आरजेडी (RJD), तृणमूल कांग्रेस (TMC), तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) और दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) भी किसानों के समर्थन में आ गईं हैं। वहीं, एक ओर सरकार के मंत्रियों के बीच बैठकों का दौर जारी है और सिंघु सीमा (Singhu Border) पर किसान संगठन भी आंदोलनों को लेकर चर्चा कर रहे हैं। इनके अलावा VCK, MMK, IJK, KNMNK, MDMK, IUML पार्टियों ने किसानों का साथ देने का फैसला किया है।कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा 'हमारे सभी जिला और प्रदेश हेडक्वार्टर्स इस बंद का साथ देंगे। वहीं, प्रदर्शनों के जरिए इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि बंद सफल रहा रहे।' एक बयान के मुताबिक, तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस के मुख्यमंत्री केसीआर ने कहा है कि पार्टी बंद में पूरी तरह से शामिल होगी और इसकी सफलता को सुनिश्चित करेगी। वहीं, तमिलनाडु में विपक्ष की भूमिका निभा रही डीएम ने भी कहा है कि किसानों की यह 'मांग पूरी तरह जायज है।'पंजाब में शिरोमणी अकाली दल भी विपक्ष को एकजुट कर सरकार को घेरने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी, सपा के अखिलेश यादव से बात जारी थी। अकाली दल विपक्षी दलों को एकजुट कर अपनी अगुवाई में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखने की योजना बना रहा है। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने पद्मविभूषण लौटाने का फैसला किया था। उनके अलावा पंजाब के कई खिलाड़ी और कोच ने अवॉर्ड लौटाने की बात कही थी। प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे विजेंदर सिंह ने भी सरकार को खेल रत्न लौटाने की चेतावनी दी है।फिल्मी सितारे भी आए किसानों के समर्थन मेंकिसानों के इस आंदोलन में दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) समेत मनोरंजन जगत की कई हस्तियों ने अपना समर्थन जताया है। पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत ने किसानों के लिए गर्म कपड़ों की व्यवस्था करने एक करोड़ रुपए का दान दिया है। पंजाबी सिंगर गिप्पी ग्रेवाल ने किसान आंदोलनों में बॉलीवुड की तरफ से प्रतिक्रिया नहीं आने पर नाराजगी जताई थी। इसके बाद डायरेक्टर हंसल मेहता, एक्टर रितेश देशमुख इसके समर्थन में आए थे। इनके अलावा एक्टर सोनू सूद, पंजाबी सिंगर सुखबीर, गुरदास मान, एमी वर्क, जैजी बी समेत कई बड़े कलाकारों ने समर्थन किया था।