विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' में तनातनी!, "हम राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' का न्योता क्यों मांगें?", अखिलेश यादव ने क्यों कहा ऐसा जानिए यहां
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 4, 2024 02:49 PM2024-02-04T14:49:19+5:302024-02-04T14:52:49+5:30
अखिलेश यादव ने कांग्रेस की महत्वाकाक्षी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के बारे में दावा किया कि उन्हें इस यात्रा का कोई आमंत्रण नहीं मिला है।
बलरामपुर: लोकसभा चुनाव के लिए सीटों के बंटवारे को लेकर बढ़ते असंतोष और मतभेदों के बीच विपक्षी गुट 'इंडिया' में तनातनी खबरें आ रही हैं।
गठबंधन के घटक दलों के मध्य कड़वाहट की झलक उस समय देखने को मिली, जब समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कांग्रेस की महत्वाकाक्षी 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के बारे में दावा किया कि उन्हें इस यात्रा का कोई आमंत्रण नहीं मिला है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पत्रकारों द्वारा बीते शनिवार को यह सवाल पूछने पर कि क्या वह उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने वाली राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' में शामिल होंगे। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "कई बड़े कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनके लिए हमें निमंत्रण नहीं मिलता है। हमें भला उसका निमंत्रण क्यों मांगना चाहिए?"
मालूम हो कि राहुल गांधी की 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' वर्तमान में पांच राज्यों को कवर कर चुकी है और 14 फरवरी को यह यात्रा उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने वाली है। यात्रा इस समय झारखंड में रुकी हुई है, जो सत्ता परिवर्तन के कारण हुई राजनीतिक उथल-पुथल से जूझ रहा है।
कथित भूमि घोटाले के सिलसिले में ईडी द्वारा कई समन भेजे गए हेमंत सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से अपना इस्तीफा दे दिया और केंद्रीय एजेंसी द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके बाद से झारखंड में सत्ता परिवर्तन हुआ है और सात बार के विधायक झारखंड मुक्ति मोर्चा के वरिष्ठ नेता चंपई सोरेन ने आखिरकार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है।
इससे पहले रविवार को 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' झारखंड के धनबाद में पहुंची। जहां आयोजित रैली में बोलते हुए वायनाड के सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस की लड़ाई 'भाजपा लोगों' के दिलों में 'नफरत' के खिलाफ है।
कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर के थौबल से शुरू हुई। यह यात्रा 67 दिनों में 110 जिलों से होकर 6,700 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करेगी।
यह यात्रा 6,713 किमी की दूरी तय करेगी, जिसमें 100 लोकसभा क्षेत्र और 337 विधानसभा क्षेत्र और 110 जिले शामिल होंगे। राहुल गांधी की अगुवाई में चल रही यह यात्रा 67 दिनों के बाद 20 मार्च को मुंबई में समाप्त होगी।