इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर के रिसर्च के हवाले से दावा किया जा रहा था कि नवंबर में कोरोना अपने चरम पर होगा। लेकिन आईसीएमआर ने इसे भ्रामक बताया है। उन्होंने कहा कि शोध को मीडिया रिपोर्ट्स में गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। दूसरी तरफ आईसीएमआर ने कोरोना टेस्टिंग के लिए एक ऐसे तरीके को मंजूरी दे दी है जिससे सिर्फ आधे घंटे में ही टेस्ट का रिजल्ट आ जाएगा। 15 जून को आईसीएमआर ने एंटीजन टेस्टिंग किट्स को मंजूरी दी जिसका इस्तेमाल कंटेनमेंट जोन में किया जा सकेगा। अगर इस टेस्ट के द्वारा कोई व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है, तो फिर RTPCR टेस्ट की जरूरत भी नहीं पड़ेगी। आपको बता दें कि फिलहाल देश में RTPCR के जरिए टेस्ट होता है। इस प्रक्रिया में 3-4 घंटे लगते हैं। उसके अलावा ट्रांसपोर्टेशन का टाइम। इस वजह से अगले दिन ही रिपोर्ट मिल पाती है। लेकिन अब आईएमआर ने रैपिड एंटीजन किट्स के इस्तेमाल की अनुशंसा यह कहते हुए कर दी है कि इसके नतीजे भी सटीक होते हैं।