जाने-माने पर्यावरणविद् और 'अविरल-निर्मल' गंगा के लिए समर्पित स्वामी ज्ञान स्वरूप सानंद (पूर्व में जीडी अग्रवाल) का 11 अक्टूबर को निधन हो गया। निधन से पहले वो पिछले 111 दिनों से भूख-हड़ताल पर थे। उन्होंने गुरुवार को ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। वो 86 वर्ष के थे। उनका जन्म 20 जुलाई 1932 में हुआ था। कई वर्षों तक आईआईटी में अध्यापन कार्य भी किया है। इसके अलावा मदन मोहन मालवीय द्वारा स्थापित एनडीओ गंगा महासभा के संरक्षक भी थे। Read More
हमारे देश और उसकी सरकार के लिए इसको नजरअंदाज करना मुश्किल होता जाएगा. 2019 के चुनाव में गंगा का मुद्दा नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा के लिए भारी पड़ सकता है. ...
गोपालदास को अस्पताल में दो दिन रखे जाने के बाद 15 अक्टूबर को छुट्टी दे दी गयी थी। जल त्यागने के कारण उन्हें 13 अक्टूबर को एम्स में भर्ती कराया गया था। अब एक बार फिर से उनकी तबीयत बिगड़ गई है। ...
111 दिनों के लंबे उपवास के बाद स्वामी सानंद का निधन हो गया। गंगा की दुर्दशा को लेकर पीएम मोदी को लिखे उनके पत्रों ने भी जवाब के इंतजार में दम तोड़ दिया होगा। लेकिन दम तोड़कर भी इन पत्रों ने कई नए सवाल उठा दिए हैं। गंगा मां के बुलावे पर बनारस से चुनाव ...
Swami Sanand (G D Agarwal) Narendra Modi 6 years old tweet going viral: 2012 में स्वामी सानंद (जीडी अगरवाल) ने अविरल-निर्मल गंगा को लेकर उपवास किया था। उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने केंद्र सरकार से कड़े फैसले लेने की अपील की थी। लेकिन ...
Swami Sanand final letter to PM Narendra Modi: यदि आप असफल रहे तो मैं अनशन जारी रखते हुए अपना जीवन त्याग दूंगा। मुझे अपना जीवन त्यागने में कोई हिचक नहीं होगी, क्योंकि गंगाजी का मुद्दा मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण और अत्यंत प्रथमिकता वाला हैः स्वामी सानंद ...
Ganga Activist Swami Sanand death: हरिद्वार स्थित मातृ सदन के संत ज्ञानांन्द से दीक्षा लेने वाले स्वामी सानंद को गत नौ अक्टूबर को उनके अनशन स्थल हरिद्वार से उठा कर प्रशासन ने एम्स, ऋषिकेश में भर्ती कराया गया था। वह 87 साल के थे। सानंद गंगा नदी की स् ...