श्रीलंका में 21 अप्रैल, 2019 के दिन हुए सीरियल बम धमाकों ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। ईस्टर के दिन आतंकियों ने 8 जगहों पर एक के बाद एक बम धमाकों को अंजाम दिया जिसमें सैकड़ों लोग मारे गये। यह बम धमाके तीन चर्च, तीन पांच सितारा होटल, एक रेस्तरां और एक घर में हुए। ये विस्फोट स्थानीय समयानुसार सुबह पौने नौ बजे के करीब ईस्टर प्रार्थना सभा के दौरान कोलंबो के सेंट एंथनी गिरजाघर, पश्चिमी तटीय शहर नेगोम्बो के सेंट सेबेस्टियन गिरजाघर और बट्टिकलोवा के जियोन गिरजाघर में हुए। कोलंबो के तीन पांच सितारा होटलों - शांगरी ला, सिनामोन ग्रैंड और किंग्सबरी को भी निशाना बनाया गया। Read More
श्रीलंका में जांच टीम ने खुलासा किया है कि इस्लामी चरमपंथी समूह नेशनल तौहीद जमात (एनटीजे) फिर से हमला करना चाहते थे। पिछले साल ईस्टर के मौके पर हमला कर 260 लोगों की जान ले ली थी। ...
समिति ने यह प्रस्ताव पिछले साल 21 अप्रैल को ईस्टर के मौके पर हुए आतंकवादी हमलों के मद्देनजर रखा है, जिसमें 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। समाचार पत्र 'डेली मिरर' के अनुसार विशेष रिपोर्ट के तौर पर गुरुवार को संसद में पेश किये गए प्रस्ताव में ईस्टर ...
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आपातकाल की अवधि बढ़ाने के लिए बृहस्पतिवार को जो सरकारी गजट जारी किया जाना चाहिए था, उसे जारी नहीं किया गया। सूत्रों ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ने आपातकाल का विस्तार करने के लिए गजट जारी नहीं किया।’’ ...
संसद ने विदेशों में आतंकवादी घटनाओं में भारतीय नागरिकों के प्रभावित होने की स्थिति में ‘एनआईए’ को मामला दर्ज कर अन्य देशों में जाकर जांच करने का अधिकार देने वाले एक महत्वपूर्ण विधेयक ‘राष्ट्रीय अन्वेषण अधिकरण संशोधन विधेयक 2019’ को 17 जुलाई अपनी मंजू ...
‘डेली मिरर’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक संसदीय प्रवर समिति (पीएससी) के अध्यक्ष आनंद कुमारासिरी ने कल शाम समिति की सुनवाई के दौरान होटल ताज समुद्र के अतिथियों की सूची मांगी। ...
एक मीडिया रिपोर्ट ने श्रीलंकाई कैथोलिक चर्च के प्रमुख के हवाले से कहा कि ईस्टर रविवार को हुए बम धमाकों में 176 बच्चों ने अपने माता-पिता में से एक को या दोनों को खो दिया. इन धमाकों में 258 लोगों की जान चली गई थी. श्रीलंका में 21 अप्रैल को सात आत्मघाती ...
मैत्रीपाला सिरिसेना ने कहा कि उनका मानना है कि देश में ‘‘सार्वजनिक आपातकाल’’ था और वह आपातकाल की स्थिति को बढ़ाते हुए सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम के प्रावधानों को लागू कर रहे हैं। संदिग्धों को पकड़ने और हिरासत में लेने के लिए पुलिस और सुरक्षा बलों को व ...