शिवसेना एक राजनीति दल है। यह मुख्यत महाराष्ट्र की क्षेत्रीय पार्टी है। इसकी स्थापना 19 जून 1966 में प्रमुख राजनीतिक कार्टूनिस्ट बालासाहेब ठाकरे ने की थी। इस दल का प्रतीक चिह्न (लोगो) बाघ है। पूरे देश में शिव सेना को एक कट्टर हिन्दू राष्ट्रवादी दल के रूप में जाना जाता है। इस समय उद्धव ठाकरे प्रमुख हैं। इसका मुखपत्र सामना है। Read More
शिवसेना की मराठवाड़ा शाखा की स्थापना की 34 वीं वर्षगांठ पर शनिवार को सिडको नाट्यगृह में आयोजित कार्यक्रम में खैरे संबोधित कर रहे थे. लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद पहली बार चंद्रकांत खैरे शिवसेना के मंच से अपने दिल का दर्द व्यक्त कर रहे थे. ...
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार(सात जून) को अयोध्या में भगवान राम की 7 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। भगवान श्रीराम की ये प्रतिमा लकड़ी की बनी हुई है। ...
नरेंद्र मोदी सरकार के शपथ ग्रहण से ठीक पहले जेडीयू से कथित तौर पर नाराजगी की बात भी सामने आई थी। सूत्रों के अनुसार जेडीयू कैबिनेट में अपने दो सांसद चाहती थी, जबकि बीजेपी केवल एक सांसद को मंत्री बनाने के लिए तैयार थी। ...
शिवसेना के नेता संजय राउत ने बताया है कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अमित शाह से नई लोकसभा में डिप्टी स्पीकर के पद को शिवसेना को देने की मांग उठाई है। ...
पार्टी सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। ठाकरे ने पिछले साल नवंबर में अयोध्या की यात्रा की थी और 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले विवादित स्थल पर राम मंदिर बनाने की मांग की थी। उस वक्त शिवसेना का अपने सहयोगी दल भाजपा के साथ तनावपूर्ण संबंध था। बाद में, ...
केंद्रीय मंत्री अरविंद गणपत सावंत ने मंगलवार को भारी उद्योग और लोक उपक्रम मंत्रालय का कार्यभार संभाला। उन्होंने कहा कि वह और रोजगार सृजित करने के मकसद से कुछ उद्योगों को पटरी पर लाने की दिशा में काम करेंगे। उन्होंने कहा कि देश में उद्योग की वृद्धि को ...
करीब 53 साल पहले शिवसेना और 13 साल पहले मनसे का गठन एक समान मराठी मानुष के हितों के लिए लड़ने के उद्देश्य से हुआ था. दोनों ही दल दूसरे राज्यों के लोगों के घोर विरोधी थे. वे मराठी भाषा और समाज के रास्ते पर चल निकले थे, लेकिन मंजिल पाने के लिए जब सियास ...
कैबिनेट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भरोसेमंद सुरेश प्रभु का नाम नहीं होना सभी को आश्चर्यचकित कर रहा है. पिछली कैबिनेट में शिवसेना के विरोध के बाद भी उन्हें शामिल किया गया था. उन्हें सरकार के परफॉर्मिंग— कौशलयुक्त मंत्री के रूप में माना जाता रहा ...