शीतला अष्टमी व्रत होली के आठवें दिन पड़ता है। इस दिन शीतला माता को पूजने की परंपरा है। चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को ये व्रत किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने से बीमारियों से रक्षा होती है। शीतला अष्टमी के दिन घर में चूल्हा नहीं जलाना चाहिए और माता को बासी प्रसाद ही चढ़ाया जाता है। शीतला अष्टमी को कई जगहों पर बसौड़ा या बसोरा भी कहा जाता है। Read More
Sheetla Ashtami 2020: मान्यता हैं कि शीतला माता रोगों को नष्ट करती हैं। उनका व्रत चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को किया जाता है। पढ़ें शीतला माता की आरती... ...
Sheetla Ashtami 2020: शीतला अष्टमी के दिन शीतला माता की पूजा के समय उन्हें खास मीठे चावलों का भोग चढ़ाया जाता है। शीतला माता को ठंडी चीजें बहुत प्रिय हैं। ...
Sheetla Ashtami: शीतला माता को रोगों को दूर करने वाली देवी कहा गया है। वे माता दुर्गा का ही एक रूप हैं। ऐसी मान्यता है कि अगर उनकी कृपा रहती है तो व्यक्ति तमाम रोगों से दूर रह सकता है। ...
Sheetla Ashtami 2020: शीतला अष्टमी का त्योहार आमतौर पर होली के आठवें दिन मनाया जाता है। इस बार ये 16 मार्च को है। चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मनाये जाने वाले शीतला अष्टमी को ही कई जगहों पर बसौड़ा या बसोरा भी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि शी ...
Sheetla Ashtami 2020: शीतला अष्टमी का पर्व होली के आठवें दिन मनाने की परंपरा है। शीतला अष्टमी के दिन शीतला माता की पूजा के समय उन्हें खास मीठे चावलों का भोग चढ़ाया जाता है। ...
शीतला माता मंदिर में मौजूद इस घड़े को लेकर मान्यता है कि इसमें कितना भी पानी भरा जाए ये भी भरता नहीं है। कहते हैं इस घड़े में डाले जाने वाले पानी को एक राक्षस पी जाता है। ...