सावन हिंदू धर्म में सबसे पवित्र महीनों में गिना जाता है। हिंदी पंचांग के अनुसार सावन का माह आषाढ़ के बाद आता है। सावन के महीने को ही श्रावण मास भी कहते हैं। ऐसी मान्यता है कि ये माह भगवान शिव को बहुत प्रिय है। इसलिए इस महीने में उनकी पूजा का विशेष महत्व है। Read More
हिंदू सनातन धर्म के अनुसार शिव संहार के देवता महाकाल हैं, शिव निलकंठ हैं। शिव अविनाशी और अनंत हैं। सावन के महीने में की गई शिव की आराधना या पूजन का इसलिए महत्व है क्योंकि हिंदू पंचाग के अनुसार सावन को सर्वोत्तम मास की संज्ञा दी गई है। ...
साल 2023 में सावन माह 4 जुलाई से प्रारंभ होने जा रहा है। इस साल का सावन भी विशेष रहने वाला है। अधिकमास के चलते सावन का महीना 58 दिनों का होगा। ऐसे में सावन के महीने का समापन 31 अगस्त 2023 को होगा। ...
हिंदू पंचांग के अनुसार, भद्राकाल 11 अगस्त 2022 को शाम 5 बजकर 17 मिनट पर भद्रा पुंछ शुरू होकर शाम 6 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगा। फिर 6 बजकर 18 मिनट से भद्रा मुख शुरू होकर रात्रि 8 बजे तक रहेगा। ...
हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 11 अगस्त, गुरुवार के दिन सुबह 10 बजकर 38 मिनट से शुरू होकर उसके अगले दिन 12 अगस्त, शुक्रवार को सुबह 7 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगी। ...