संजय गांधी (14 दिसंबर 1946- 23 जून 1980) भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के नाती और तीसरी प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बेटे थे। महज 33 साल इस दुनिया में रहे संजय गांधी का भारतीय राजनीति पर गहरा असर रहा। माना जाता है कि इंदिरा गांधी ने जून 1975 में संजय गांधी के कहने पर ही आपातकाल की घोषणा की थी। कहा जाता है कि आपातकाल के 21 महीनों में संजय गांधी सरकार में परोक्ष रूप से सरकार चला रहे थे। आपातकाल हटने के तीन साल बाद ही संजय गांधी का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया। Read More
आज का इतिहास: 23 जून का दिन कई बड़ी घटनाओं का गवाह रहा है। आज ही के दिन जहां एक विमान दुर्घटना में देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के छोटे पुत्र संजय गांधी का निधन हो गया। वहीं, जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी का निधन भी साल 1953 में ...
भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू को अंदाजा था कि जनसंख्या एक दिन समस्या बनेगी. आंकड़े उस वक्त भी गवाही दे रहे थे. सन् 1901 में भारत की आबादी करीब 23 करोड़ 83 लाख थी जो 1951 आते-आते 36 करोड़ को पार कर चुकी थी. इस खतरे को भांपते हुए उन्होंने 19 ...
अधिकारियों ने बताया कि अभी तिहाड़ जेल में 17,400 कैदी हैं जिनमें करीब 14,000 विचाराधीन कैदी शामिल हैं। 31 दिसंबर 2018 तक तिहाड़ जेल में 14,938 पुरुष और 530 महिलाएं बंद थी, जो 31 दिसंबर 2017 के मुकाबले 2.20 प्रतिशत अधिक संख्या है। ...
26 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक की 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल था। तत्कालीन राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार की सिफारिश पर भारतीय संविधान के अनुचछेद 352 के अधीन देश में आपातकाल की ...
संजय गांधी को इंदिरा गांधी के राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखा जाता था, लेकिन उनके निधन से देश की सियासी हवाएं पूरी तरह बदल गईं। 23 जून का दिन एक अन्य विमान हादसे का भी गवाह है। 1985 में वह 23 जून का ही दिन था, जब एयर इंडिया का एक यात्री विमान आय ...
सनसनीखेज पत्रकारिता का फितूर दुनिया भर के पत्रकारों के ऊपर छाया रहता है और लुईस की ये रिपोर्ट उसी प्रयास का हिस्सा भर होगा जिसमें तथ्य कम और सनसनी ज्यादा है, जिसके कारण उनकी रिपोर्ट पर भरोसा करना मुश्किल है. ...