सचिन पायलट राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री हैं। सचिन दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे हैं। सचिन पायलट 2004 में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र दौसा से 26 साल की उम्र में सांसद चुने गए थे और इसके साथ ही वे सबसे युवा सांसद सदस्य भी बने। बहरहाल, राजस्थान में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस की जीत के सूत्रधार रहे हालांकि, इसके बावजूद अशोक गहलोत के राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी कांग्रेस से नाराजगी सामने आती रही है। Read More
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें कॉलेज में आकर खुशी हुई। काफी पुराना कॉलेज और 4 हजार विद्यार्थियों को देखते हुए कॉलेज के हालात सुधारना जरूरी है। कॉलेज के हालात सुधारने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। ...
आज हम जिस लोकसभा सीट की बात करने जा रहे हैं वह सीट कभी कांग्रेस का गढ़ माना जाता था, लेकिन 1989 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने ऐसा पासा पलटा कि कांग्रेस को सीट कब्जाने के लिए हर चुनाव में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है। ...
सचिन ने युवाओं को रोजगार देने के लिये सरकार द्वारा स्किल डिवलेपमेंट कोर्सेज चलाने और कॉलेजिस में प्लेस्मेंट कंपनीज द्वारा करने जैसी बातों पर बल दिया। उन्होने कहा कि आज लोगों के सोच में परिवर्तन आउट ऑफ बॉक्स सोचने की जरूरत है। ...
पायलट ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘प्रमुख घटक दलों के टूटने से जहां राजग कमजोर हुआ है, वहीं संप्रग के सहयोगी दलों ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में विश्वास जताया है. ...
सचिन ने राजस्थान के उपमुख्यमंत्री बन कर भविष्य में सीएम की अपनी दावेदारी सबसे मजबूत कर ली है, हालांकि आगे की राह मुश्किल नहीं तो इतनी आसान भी नहीं है. ...
पायलट ने सचिवालय में पहुंच कर पीडब्ल्यूडी एवं ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग सहित पांच विभागों को कार्यभार ग्रहण किया और इस अवसर पर मीडिया से मुखातिब होने हुए कहा कि यह कांग्रेस का राज नहीं, जनता का राज है। कांग्रेस सरकार किसी भी नकारात्मक भावना ...