सचिन पायलट राजस्थान के उप-मुख्यमंत्री हैं। सचिन दिवंगत कांग्रेस नेता राजेश पायलट के बेटे हैं। सचिन पायलट 2004 में अपने पिता के निर्वाचन क्षेत्र दौसा से 26 साल की उम्र में सांसद चुने गए थे और इसके साथ ही वे सबसे युवा सांसद सदस्य भी बने। बहरहाल, राजस्थान में 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में वे कांग्रेस की जीत के सूत्रधार रहे हालांकि, इसके बावजूद अशोक गहलोत के राज्य के मुख्यमंत्री बनने के बाद उनकी कांग्रेस से नाराजगी सामने आती रही है। Read More
बजट-2019: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बजट पर टिप्पणी करते हुए ट्वीट किया- बजट में खेती-किसानी का खास जिक्र नहीं है, जो दर्शाता है कि केन्द्र सरकार की दिलचस्पी ग्रामीण विकास में नहीं है. ...
कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को कहा कि गांधी ने भले ही पार्टी अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे दिया हो, लेकिन वह उनके नेता बने रहेंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने ट्वीट कर कहा, ‘‘राहुल गांधी का अपने इस्तीफ के बारे में दिया गया बयान कांग्र ...
किसान की मौत के मुद्दे पर राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि अभी वह इसकी जांच करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शायद वह किसान कर्ज में डूबा हुआ नहीं था, लेकिन जो भी हुआ वह दुखद है। सरकार किसानों के उज्जवल भविष्य के लिए कटिबद्ध है, हमने घोषणापत् ...
टीकाकारों के अनुसार जिस आग को 'गहलोत मुख्यमंत्री, पायलट उपमुख्यमंत्री' की घोषणा के साथ खत्म मान लिया गया था उसे लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 25 सीटों पर कांग्रेस की हार और उसके बाद गहलोत के बयान ने फिर हवा दे दी है। ...
पृथ्वीराज मीणा ने कहा कि जाट नाराज हैं, गुज्जर नाराज हैं तो फिर वोट देगा कौन? अशोक गहलोत ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि सचिन पायलट को जोधपुर लोकसभा सीट से उनके बेटे के हार की जिम्मेवारी लेनी चाहिए. ...
गहलोत ने आगे कहा,' ...अभी दस दिन पहले भी पायलट साहब ने कहा कि कांग्रेस जोधपुर की सीट पर बहुत भारी बहुमत से जीतेगी। हमारे वहां छह विधायक हैं, हमने शानदार प्रचार किया तो मैं समझता हूं कि पायलट साहब कम से कम उस सीट की जिम्मेदारी तो लें... ...