राजस्थान में किसान ने सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या की, सुसाइड नोट लिख कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: June 25, 2019 03:05 PM2019-06-25T15:05:06+5:302019-06-25T15:05:06+5:30
किसान की मौत के मुद्दे पर राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि अभी वह इसकी जांच करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शायद वह किसान कर्ज में डूबा हुआ नहीं था, लेकिन जो भी हुआ वह दुखद है। सरकार किसानों के उज्जवल भविष्य के लिए कटिबद्ध है, हमने घोषणापत्र में भी किसानों के लिए बात की है।
राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर थाना क्षेत्र में एक किसान ने को कथित तौर पर सल्फास की गोलियां खाकर आत्महत्या कर ली है। थानाधिकारी किशन सिंह ने मंगलवार को बताया कि किसान सोहनलाल (45) ने रविवार को सल्फास की गोलियां खाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।
Sachin Pilot, Rajasthan Dy CM:Matter is under investigation.Incident (farmer suicide) is regrettable. From whatever info I have received so far, the person was not actually under debt. Govt of Rajasthan is fully committed in securing a better future for the framers in the state. pic.twitter.com/xEWztbInxW
— ANI (@ANI) June 25, 2019
किसान की मौत के मुद्दे पर राजस्थान के डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि अभी वह इसकी जांच करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शायद वह किसान कर्ज में डूबा हुआ नहीं था, लेकिन जो भी हुआ वह दुखद है। सरकार किसानों के उज्जवल भविष्य के लिए कटिबद्ध है, हमने घोषणापत्र में भी किसानों के लिए बात की है।
सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिये परिजनों को सौंप दिया गया। उन्होंने बताया कि इस संबंध सीआरपीसी की धारा 174 के तहत मर्ग दर्ज की गई थी। उसके बाद मृतक के पड़ोसी बलबीर ने एक कागज पेश कर दावा किया कि यह सुसाइड नोट है जो मृतक के घर से बरामद किया गया है।
उन्होंने बताया कि इस सुसाइड नोट की जांच की जा रही है। सुसाइड नोट की लिखावट का मृतक की लिखावट से मिलान किया जायेगा। पुलिस के अनुसार मृतक किसान पर लगभग ढाई लाख का कर्ज था और कथित सुसाइड नोट के अनुसार वह कर्ज माफ नहीं होने से परेशान था और उसने इसके लिए राज्य सरकार पर निशाना भी साधा।
ऐसा ही एक मामला राजस्थान के श्रीगंगानगर से सामने आया है। यहां पर कर्ज से परेशान चल रहे एक किसान ने खुदकुशी कर ली। उसे उम्मीद थी कि राज्य सरकार अपने वादे के मुताबिक कर्ज माफ कर देगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ और बढ़ते हुए दबाव के बोझ में उसने अपनी जान दे दी।
ये मामला रविवार का है। किसान ने सुसाइड नोट में लिखा है कि उनकी मौत का जिम्मेदार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को माना जाए। अब यह मामला लोकसभा स्पीकर ओम बिरला तक पहुंच गया है। गंगानगर के सांसद ने इस मसले को ओम बिरला के सामने उठाया।
श्रीगंगानगर जिले के रायसिंहनगर क्षेत्र के ठाकरी गांव में सोहनलाल मेघवाल नामक किसान ने रविवार दोपहर जहर खाकर खुदकुशी की। 45 साल के सोहनलाल पर बैंक की तरफ से कर्ज चुकाने का दबाव बनाया जा रहा था, लेकिन वह इस दबाव को झेल नहीं पाया। जहर खाने से पहले उसने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी डाला और कहा कि आप सभी को मेरा आखिरी राम-राम।
जब सोहनलाल को अस्पताल ले जाया गया, तो हालत गंभीर थी और कुछ ही देर में उसने दम तोड़ दिया। किसान की आत्महत्या के बाद परिवार परेशान और गुस्से में हैं। गांववालों ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की। आनन-फानन में परिवार का कर्ज माफ करने का वादा करवाया गया और अंतिम संस्कार करवाया गया।
सोहनलाल ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया। सोहनलाल ने लिखा कि मेरी मौत की जिम्मेदार कोई और नहीं बल्कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट हैं। उन्होंने वादा किया था कि सरकार आने के बाद दस दिन में कर्ज माफ हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हो सका। मेरी लाश को तबतक ना उठाया जाए, जबतक उनके भाइयों का कर्ज माफ ना हो।