भारत के दक्षिण राज्य, केरल में मौजूद है सबरीमाला श्री अयप्पा मंदिर। मक्का-मदीना के बाद इसे दूसरा सबसे बड़ा तीर्थ स्थल कहा जाता है। बताया जाता है कि हर साल यहां 80 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। केरल के सबरीमाला पर्वत श्रृंखला पर स्थित यह मंदिर स्वामी अयप्पा को समर्पित है। सुप्रिम कोर्ट के फैसले के बाद इस मंदिर में 12 से 50 साल की उम्र की महिलाएं भी अब प्रवेश कर सकती हैं। इससे पहले सिर्फ पुरूष ही इस मंदिर और स्वामी अयप्पा के दर्शन कर सकते थे। इस साल मंदिर के कपाट 17 अक्टूबर से खुल रहे हैं। Read More
पुलिस ने बताया कि मतेश्वरन को नीलीमला पहाड़ी पर चढ़ने के दौरान बेचैनी महसूस हुई और यहां सन्नीधानम अस्पताल लाए जाने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। उन्होंने बताया कि ऐसा लग रहा है कि युवा श्रद्धालु की मौत दिल की दौरा पड़ने की वजह से हुई है लेक ...
संविधान दिवस के मौके पर महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ति देसाई सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा करने के लिए मंगलवार को यहां पहुंची। देसाई और कुछ अन्य कार्यकर्ता मंगलवार को कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरी जहां से उन्हें कोच्चि शहर के पु ...
तृप्ति देसाई की मानें तो सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करना महिलाओं का संवैधानिक अधिकार है, ऐसे में महिलाओं को वहां प्रवेश करने से नहीं रोका जाना चाहिए। ...
सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा मंदिर का गर्भ गृह 26 दिसंबर को सूर्यग्रहण के चलते चार घंटे के लिये बंद रहेगा। सबरीमला मंदिर में दो महीने तक चलने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा ‘मंडलम मकरवीलक्कु’ 17 नवंबर को शुरू हुयी थी और इसके लिये श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ ...
केरल पुलिस ने मंगलवार को 12 साल की लड़की को सबरीमाला के अयप्पा मंदिर में जाने से रोक दिया। केरल सरकार का कहना है कि 10-50 साल के बीच की महिलाओं का मंदिर में प्रवेश वर्जित है। ...
भगवान अयप्पा मंदिर में श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ के बीच पुलिस ने यहां सोमवार को आंध्र प्रदेश की दो महिला श्रद्धालुओं को वापस भेज दिया गया क्योंकि उनकी उम्र दस से 50 साल के बीच की थी। मंदिर खुलने के बाद शनिवार को दस महिलाओं को वापस भेजा गया था।पुलि ...
केरल में सबरीमला स्थित भगवान अयप्पा के मंदिर में दर्शन के लिए रविवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। दो महीने तक चलने वाली वार्षिक तीर्थयात्रा ‘मंडल-मकरविलक्कू’ का आज दूसरा दिन है। मुख्य पुजारी ए के सुधीर नम्बूदरी ने मंदिर के गर्भगृह को तड़के ...
पिछले साल राज्य सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के 28 सितंबर 2018 के निर्णय को लागू करने का फैसला लिया था जिसमें मंदिर में सभी आयु की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति दी गयी थी। ...