इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना रमजान है जिसे अरबी भाषा में रमादान कहते हैं। नौवें महीने यानी रमजान को 610 ईस्वी में पैगंबर मोहम्मद पर कुरान प्रकट होने के बाद मुसलमानों के लिए पवित्र घोषित किया गया था। रोजे रखना इस्लाम के पांच स्तंभों (कलमा, नमाज, जकात, रोजा और हज ) में से एक है। कुरान सूरा 2 के आयात 183 और 184 मे हर व्यक्ति को इस पाक महीने मे हुजूर की तरह ही सुबह से लेकर शाम सूरज डूबने तक कुछ भी खाने-पीने की मनाही है। अल्लाह रोजेदार और इबादत करने वालों की दुआ कूबुल करता है और इस पवित्र महीने में गुनाहों से बख्शीश मिलती है। Read More
इसी कड़ी में रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने सरकारी आवास में दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया था। हालांकि इमारत-ए-सरिया सहित करीब साथ मुस्लिम संगठनों ने इस इफ्तार पार्टी का बहिष्कार किया था। ...
अभिनेता से नेता बने विजय को सिर पर टोपी पहने और शाम की नमाज़ में भाग लेते हुए देखा गया, जबकि रोज़ा रखने वाले लोगों ने अपना रोज़ा खोला। विजय की तस्वीरें और वीडियो अब इंटरनेट पर वायरल हो गए हैं। ...
Ramadan 2025: भारत में, रोज़ा रविवार, 2 मार्च से शुरू होगा। यहां दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और अन्य शहरों में उसी दिन सहरी और इफ्तार के समय की सूची दी गई है। ...
Ramadan 2025:रमज़ान 2025 का पवित्र महीना आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है क्योंकि सऊदी अरब में अर्धचंद्र देखा गया है। सऊदी में मुसलमान अपना पहला रोज़ा (उपवास) शनिवार, 1 मार्च को शुरू करते हैं। ...