नासा का गठन 19 जुलाई 1948 को हुआ था। नेशनल एडवाइजरी कमिटी फॉर एरोनॉटिक्स (एनएसीए) के स्थान पर किया गया था। इस संस्था ने 1 अक्टूबर 1948 से कार्य करना शुरू किया। अमेरिका सरकार की शाखा है जो देश के सार्वजनिक अंतरिक्ष कार्यक्रमों व एरोनॉटिक्स व एरोस्पेस संशोधन के लिए जिम्मेदार है Read More
नासा की जेट प्रणोदन प्रयोगशाला (जेपीएल) में कार्यरत एनी डेवरॉक्स अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के मंगल मिशन 2020 से जुड़ी अग्रणी उड़ान प्रणाली इंजीनियर हैं। डेवरॉक्स ने बुधवार को यहां अमेरिकन सेंटर में कहा, ‘‘भारतीय वैज्ञानिकों ने बहुत अच्छा काम किया। काफी ...
रिपोर्ट में कहा गया है कि नासा इन छवियों का विश्लेषण, प्रमाणीकरण और समीक्षा कर रहा है। उस वक्त चंद्रमा पर शाम का समय था जब ऑर्बिटर वहां से गुजरा था जिसका मतलब है कि इलाके का ज्यादातर हिस्सा बिंब में कैद हुआ होगा। ...
सात सितंबर को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का चंद्रयान-2 के विक्रम मॉड्यूल की चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कराने का प्रयास तय योजना के मुताबिक पूरा नहीं हो पाया था। ...
NASA ने बताया, '17 सितंबर को जब एलआरओ विक्रम लैंडर की साइट से गुजरा उस वक्त चंद्रमा पर शाम हो रही थी। अधिकांश जगह को लंबी-लंबी परछाइयों ने ढक लिया था। हो सकता है कि विक्रम भी परछाई में छिप गया हो।' ...
चांद पर पर बेहोश पड़े विक्रम लैंडर के लेकर आज बड़ा खुलासा होने वाला है..देश वासियों को इससे जुडी कुछ अच्छी खबर मिल सकती है..अमेरिका अंतरिक्ष एजेंसी नासा का एक खोजी मिशन आज चांद के उस हिस्से के उपर से गुजरेगा जहां विक्रम लैंडर मौजूद है..इसरो ने विक्रम ...
चांद पर 'हार्ड लैंडिंग' के बावजूद लैंडर विक्रम में कोई टूट-फूट नहीं हुई थी। इसलिए इसरो अभी निराश नहीं है और विक्रम से संपर्क साधने की कोशिशें जारी हैं। ...
चंद्रयान टू -के लैंडर विक्रम के साथ अंतिम वक्त में क्या हुआ था..ये सब जानने के लिए पूरा देश सांसे थामें इंतजार कर रहा है..इस बारे में 17 सितंबर को एक बड़ा खुलासा होने वाला है..17 सिंतबर को लैंडर विक्रम की नई तस्वीरें हमारे सामने आ सकती है..जिनमें विक ...