फ्लाइंग सिख के नाम से मशहूर मिल्खा सिंह को भारत के स्टार एथलीट रहे हैं। वह कॉमनवेल्थ गेम्स में एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले पहले और 2010 में कृष्णा पूनिया के डिस्कस थ्रो में गोल्ड जीतने तक एकमात्र भारतीय थे। मिल्खा सिंह 1960 के रोम ओलंपिक में 400 मीटर के फाइनल में सेकेंड के 100वें हिस्से से गोल्ड जीतने से चूक गए थे। उन्होंने उस फाइनल में 45.73 सेकेंड का समय निकालते हुए राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया था जो 40 सालों तक कायम रहा था। उन्हें देश के चौथे सर्वश्रेष्ठ नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया। Read More
पंजाब विधानसभा ने शुक्रवार को महान धावक मिल्खा सिंह , पूर्व क्रिकेटर यशपाल शर्मा, धावक मान कौर के साथ ही उन किसानों को श्रद्धांजलि दी, जिनकी केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान मृत्यु हो गयी।गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व के ...
दिग्गज मिल्खा सिंह का का शुक्रवार को चंडीगढ़ में कोविड-19 से संबंधित जटिलताओं के कारण निधन हो गया था। खिलाड़ियों सहित हजारों देशवासियों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी । ...
फरहान अख्तर ने मिल्खा सिंह के साथ एक तस्वीर साझा की और भावुक कर देने वाला नोट लिखा। फरहान ने लिखा,प्यारे मिल्खा सिंह, मेरे मन ये मानने को तैयार नहीं है कि आप अब नहीं रहे। शायद ये मेरे मन का वो पार्ट है जो मुझे आपसे विरासत में मिला है। ...
नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के महान धावक मिल्खा सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि भारत ने ऐसा महान खिलाड़ी खो दिया जिनके जीवन से उदीयमान खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलती रहेगी ।मिल्खा सिंह का लगभग एक महीने तक कोरोना संक्रमण से जूझने ...