मौलाना मसूद अजहर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है। मसूद का जन्म पाकिस्तान के बाहावलपुर में 1968 को हुआ था। इसके कुल ग्यारह भाई-बहनों है। अजहर को सबसे पहले 1994 में श्रीनगर में गिरफ्तार किया गया था। 2000 में मौलाना मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद नाम के आतंकी संगठन की स्थापना की। 2001 में भारतीय संसद पर हमला हुआ। इसके पीछे जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर का ही हाथ था। Read More
सैयद अकबरुद्दीन ने कहा कि यह महत्वपूर्ण सफलता है, भारत कई वर्षों से इसके लिए प्रयास कर रहा था, आज जाकर यह हो सका। अकबरुद्दीन ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने की कोशिशों में साथ देने वाले देशों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस के प्रति आभार जताया। ...
भारत के राजदूत एवं संयुक्त राष्ट्र में स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरूद्दीन ने ट्वीट किया, ‘‘बड़े, छोटे, सभी एकजुट हुए। मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध सूची में आतंकवादी घोषित किया गया है। समर्थन करने के लिए सभी का आभार।’’ इस खबर के बाद भारत सहित व ...
चीन ने पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख पर प्रतिबंध लगाने के एक नये प्रस्ताव पर मार्च में तकनीकी रोक लगा दी थी. जैश ने पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी. चीन ने अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित करने के चौथे प्रयास पर रोक लगा दी ...
पुलवामा हमले में शहीद हुए जवान की जीत हुई। संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैय्यद अकबरुद्दीन ने कहा कि इस मौके पर कहा कि, 'बड़े और छोटे सभी राष्ट्र एकजुट, संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित किया। सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद।' ...
चीन ने कहा कि मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा। कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद चीन का यह रुख आया है। ...
चीन ने मंगलवार को कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा, लेकिन उसने कोई समयसीमा नहीं बताई। कुछ दिन पहले यहां पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चीन ...
इमरान खान के चीन दौरे से लौटने के एक दिन बाद चीन ने मसूद अजहर को लेकर बयान दिया है. उसने कहा है कि मसूद अजहर का मामला यूएन के साथ मिल कर सुलझाया जायेगा. लेकिन चीन ने इसके लिए कोई तय समयसीमा नहीं बताई है. बढ़ते वैश्विक दबाव के कारण इस बार चीन को झुकना ...