मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के मामले में नरम पड़ा चीन, UN की बैठक में आज कर सकता है भारत का समर्थन

By रामदीप मिश्रा | Published: May 1, 2019 09:19 AM2019-05-01T09:19:10+5:302019-05-01T09:23:55+5:30

चीन ने कहा कि मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा। कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद चीन का यह रुख आया है।

China may support on terrorist Masood Azhar issue in united nation meeting today | मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के मामले में नरम पड़ा चीन, UN की बैठक में आज कर सकता है भारत का समर्थन

फाइल फोटो।

आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर को 'वैश्विक आंतकी घोषित' करने के मामले में चीन लगातार अडंगा फंसाते आया है, लेकिन अब वह इस मामले पर नरम पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। संयुक्त राष्ट्र संघ में आज होने वाली 1267 समिति की बैठक में चीनमसूद अजहर को लेकर लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकता है। हालांकि बताया जा रहा है कि वैश्विक आंतकी घोषित करने के मामले में चीन समर्थन कर सकता है।

अगर चीन मसूद अजहर को वैश्विक आंतकी घोषित करने के मामले में समर्थन करता है तो भारत की कूटनीतिक दृष्टिकोण से बड़ी जीत कही जाएगी। भारत लंबे समय से मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने की मांग संयुक्त राष्ट्र में उठाता आया है, जिस पर चीन ने हमेशा अडंगा लगाया है।

चीन ने मंगलवार को कहा कि मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा वैश्विक आतंकी घोषित कराने के जटिल मुद्दे का उचित समाधान निकाला जाएगा। कुछ दिन पहले पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुलाकात के बाद चीन का यह रुख आया है।

चीन ने पाकिस्तानी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख पर प्रतिबंध लगाने के एक नये प्रस्ताव पर मार्च में तकनीकी रोक लगा दी थी। जैश ने पुलवामा आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली थी। चीन ने अजहर को संयुक्त राष्ट्र द्वारा आतंकी घोषित करने के चौथे प्रयास पर रोक लगा दी थी।

चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गेंग शुआंग ने कहा, ‘‘मैं केवल इतना कह सकता हूं कि मुझे भरोसा है कि उचित तरीके से इसका समाधान निकलेगा।’’ वह इन खबरों के बारे में पूछे गये सवालों का जवाब दे रहे थे कि चीन ने अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अल कायदा प्रतिबंध समिति के तहत सूचीबद्ध करने के फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका के एक ताजा प्रस्ताव पर तकनीकी रोक हटाने पर सहमति जता दी है।

इस बार अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने मुद्दे को सीधे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ले जा कर बीजिंग पर दबाव बढ़ा दिया है। अजहर के मुद्दे पर विभिन्न प्रश्नों का उत्तर देते हुए गेंग ने कहा, ‘‘1267 समिति में इस मुद्दे को सूचीबद्ध करने के संबंध में हमने कई बार अपना रुख स्पष्ट किया है और मैं केवल दो बिंदुओं पर जोर देना चाहता हूं।’’

Web Title: China may support on terrorist Masood Azhar issue in united nation meeting today

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