साल 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने तय हुए हैं। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। यहां कांग्रेस ने पहला कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता कमल नाथ को चुनाव प्रभारी बनाया है। Read More
मध्य प्रदेश में बसपा ने दो और सपा ने एक सीट पर जीत दर्ज की है। दोनों पार्टियों ने वहां कांग्रेस को समर्थन दिया है। मायावती और अखिलेश यादव के अलावा टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शपथ ग्रहण समारोह में नहीं दिखेंगी ...
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शिवराज सिंह ने कहा था, "अब मैं मुक्त हूं, आय एम फ्री, मैं अपना इस्तीफा माननीय राज्यपाल को देने जा रहा हूं। हार की जिम्मेदारी सिर्फ मेरी है। मैंने कमलनाथ जी को बधाई भी दी है। ...
जिला मुख्यालय से 65 किलोमीटर दूर टप्पा झारड़ा में पूर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष व वर्तमान पीसीसी सदस्य मांगीलाल कुमावत ने इस बार महिदपुर से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं ...
Jyotiraditya Scindia: ज्योतिरादित्य सिंधिया से जब उनके राजनैतिक भविष्य को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, "देखिए, मैं संसद में महती भूमिका में हूं। अब व्यक्तिगत तौर पर व्यक्तिगत तौर पर आप सिर्फ आस्तीन ऊपर चढ़ा सकते हैं और गर्मी कम होने का अहसास क ...
कांग्रेस को मध्यप्रदेश की कुल 230 सीटों में 114 पर ही जीत मिली थी। जबकि बहुमत के लिए कुल 116 विधायकों की जरूरत होती है। प्रदेश में बहुमत ना आते देख कमलनाथ ने निर्दलीय विधायकों से संपर्क साधना शुरू कर दिया था। ...
एमपी में सीएम चुनने की तो राहुल गांधी ने ज्योतिरादित्य के ऊपर कमनाथ को तरजीह दी। कई एमपी चुनाव विशेषज्ञों का यह मानना है कि ऐसा आगामी चुनाव 2019 को देखते हुए और इससे भी ज्यादा एमपी में कांग्रेस की सरकार बनाए रखने के लिए किया गया है। जानिए, पूरी वजह- ...
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मध्यप्रदेश कांगेस अध्यक्ष कमलनाथ ने विधायक दल के नेता चुने जाने के बाद आज सुबह कमलनाथ ने भेंट कर सरकार बनाने का दावा पेश किया. ...