मध्य प्रदेश चुनाव: शुभ कार्य के लिए निषिद्ध मलमास में होगी कमल नाथ और मंत्रीमंडल की शपथ
By बृजेश परमार | Published: December 15, 2018 06:01 PM2018-12-15T18:01:51+5:302018-12-15T18:01:51+5:30
विधानसभा चुनाव 2018 के परिणाम आने के बाद कांग्रेस एक बार फिर से पंद्रह सालों का वनवास भोगकर सत्ता में आई है।
सनातन धर्म अनुयायी जिस समय को शुभ कार्य के लिए निषिद्ध मानते हैं उसी समय में नवनिर्वाचित कांग्रेस की प्रदेश सरकार शपथ लेने वाली है।सरकार के मुखिया सहित उसके मंत्री निषिद्धकाल के शुरू होने के 18 घंटे बाद भोपाल में शपथ लेंगे।यह निषिद्ध काल 15 जनवरी तक रहेगा,जिसमें कोई शुभ काम नहीं किए जाते सिर्फ धार्मिक आयोजनों का दौर इस समय रहता है।
विधानसभा चुनाव 2018 के परिणाम आने के बाद कांग्रेस एक बार फिर से पंद्रह सालों का वनवास भोगकर सत्ता में आई है।कांग्रेस विधायक दल ने अपना नेता 7 बार सांसद रहे कमलनाथ को चुना है। श्री नाथ मुख्यमंत्री पद और उनके सहित मंत्री मंडल के डेढ दर्जन मंत्री 17 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह में शपथ लेंगे। इनका शपथ ग्रहण समारोह मलमास यानि की शुभ कार्यों के लिए निषिद्धकाल में शपथ ग्रहण करेंगे। ज्यातिषाचार्य पं.प्रणयन एम पाठक के अनुसार 16 दिसंबर को अपरांन्ह 4 बजकर 16 मिनिट पर पर सूर्य गुरू की राशि धनु में प्रवेश करेगा ।सूर्य के धनु की राशि में प्रवेश करते ही मलमास प्रारंभ हो जाएगा। मलमास शुभ् कार्य के लिए निषिद्ध काल माना जाता है।यह मलमास 15 जनवरी को सूर्य के मकर राशि में प्रवेश के समय मकर संक्रांति तक रहेगा।मकर में सुर्य के आते ही मलमास समाप्त हो जाएगा। पं. पाठक के अनुसार किसी भी प्रकार के मंगलकार्य के लिए गुरू का उदय और बलवान होना आवश्यक है।गुरू की राशि में सूर्य की उपस्थिति से मांगलिक कार्य में गुरू का बल प्राप्त नहीं होता है। इस समय विवाह ,उपनयन,गृह शांति, वास्तुपूजा,नया व्यापार प्रारंभ ,नया पदभार गृहण करने के साथ ही वाहन आदि खरीदना शुभ नहीं रहता है।