साल 2018 में मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने तय हुए हैं। यहां प्रमुख मुकाबला सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (कांग्रेस) में होगा। यहां कांग्रेस ने पहला कदम उठाते हुए वरिष्ठ नेता कमल नाथ को चुनाव प्रभारी बनाया है। Read More
इससे पहले कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने 8 वीं पास विधायक को शिक्षा मंत्री बनाया था. लेकिन इस केस में खुद राहुल गांधी और अहमद पटेल शामिल थे, ऐसे में इस फैसले पर सरकार की किरकिरी होना तय है. ...
कमलनाथ मंत्रिमंडल के सदस्यों के विभाग वितरण को लेकर जारी विवाद शुक्रवार देर रात शांत हो गया। राहुल गांधी के हस्तक्षेप के बाद विभागों का वितरण कर दिया गया है। ...
कांग्रेस के सूत्र ने बताया कि 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल में कुल 28 कैबिनेट मंत्री शामिल किये गये हैं। इनमें दस मंत्री दिग्विजय सिंह गुट के, नौ मंत्री कमलनाथ गुट के और आठ मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक हैं। ...
27 अक्टूबर को संबित पात्रा ने एमपी नगर क्षेत्र में सड़क किनारे एक प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया था। कांग्रेस ने इस मामले में चुनाव आयोग से पात्रा के खिलाफ आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में शिकायत दर्ज करवाई थी। ...
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नर्मदा प्रसाद प्रजापति का नाम तय कर लिया है. कांग्रेस अब तक चली आ रही परंपरा के तहत ऐसा मान रही है कि विधानसभा अध्यक्ष सत्ता पक्ष का ही होगा. ...
राज्य में भले ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया यह कहें की कांग्रेस में या फिर उनके बीच गुटबाजी नहीं है, मगर मुख्यमंत्री के लिए नाम का चयन और फिर मंत्री मंडल गठन के दौरान जो परिस्थिति निर्मित हुई उससे साफ नजर आ ...
कांग्रेस को मध्यप्रदेश में समर्थन करने वाली समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी कांग्रेस पार्टी से काफी नराज दिख रहे हैं। असल में सपा के एक भी मंत्री को एमपी कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है। ...
दिग्विजय के बेटे को मंत्री पद देकर कमलनाथ ने अपना कर्ज चुका दिया है। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का तोड़ खोज लिया है। सिंधिया प्रदेश का मुख्यमंत्री बनना चाहते थे। ...