MP में मंत्री नहीं बनाए जाने पर कांग्रेस में बगावत, कमलनाथ को इस्तीफा भेजकर इस नेता ने कहा- 2019 में पड़ेगा महंगा
By पल्लवी कुमारी | Published: December 27, 2018 05:51 PM2018-12-27T17:51:53+5:302018-12-27T17:51:53+5:30
कांग्रेस को मध्यप्रदेश में समर्थन करने वाली समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी कांग्रेस पार्टी से काफी नराज दिख रहे हैं। असल में सपा के एक भी मंत्री को एमपी कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के कैबिनेट में शामिल न किए जाने के बाद कांग्रेस पार्टी में कुछ अनबन चल रही है। इसी कड़ी में मंत्री न बनाए जाने पर नाराज चल रहे पूर्व मंत्री ऐदल सिंह कंसाना के समर्थन में कांग्रेस पार्टी से गुरुवार को पहला इस्तीफा हुआ है। मुरैना जिले की सुमावली विधानसभा सीट पर कांग्रेस कमेटी के ब्लॉक अध्यक्ष मदन शर्मा ने इस्तीफा दे दिया है।
वेवसाइट एनडीटीवी के मुचाबिक, इस्तीफा मदन शर्मा ने एमपी के मुख्यमंत्री कमलनाथ को भेजा है। इस्तीफा पत्र में मदन शर्मा ने लिखा है,''मंत्रीमंडल विस्तार में क्षेत्रीय संतुलन में भारी कमी के कारण पार्टी में मुरैना श्योपुर संसदीय क्षेत्र के कार्यकर्ताओं में बहुत गुस्सा है। इसकी वजह से लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को भारी नुकसान उठना पड़ सकता है। मुरैना श्योपुर संसदीय क्षेत्र की आठ विधानसभा सभा क्षेत्र में से सात सीटों पर कांग्रेस ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है। यहीं से ही एदल सिंह कंसाना चार बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। इसके बावजूद भी उन्हें मंत्रीमंडल में जगह नहीं दी गई, इसकी वजह से पूरे समाज में गुस्सा है। और मेरे इस्तीफे की वजह भी यही है।'
हालांकि अभी इस खबर पर कांग्रेस की ओर से कोई अधिकारिक बयान नहीं आया है।
अखिलेश यादव भी कांग्रेस से नाराज
इधर कांग्रेस को मध्यप्रदेश में समर्थन करने वाली समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव भी कांग्रेस पार्टी से काफी नराज दिख रहे हैं। असल में सपा के एक भी मंत्री को एमपी कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है। नाराज अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में अपनी पार्टी के एकमात्र विधायक को मंत्री नहीं बनाये जाने के लिए कांग्रेस को ‘‘धन्यवाद’’ दिया था।
अखिलेश यादव ने कहा कि कि इससे उनकी पार्टी के लिए रास्ता साफ हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि वह जल्द ही तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. सी. राव से मिलेंगे और क्षेत्रीय दलों वाले संघीय मोर्चे के गठन के लिए उनके प्रयासों की प्रशंसा करेंगे।